दुनिया की सबसे प्रतिष्ठित इलेक्ट्रिक कार कंपनी Tesla अब दिल्ली में भी अपने पंख पसारने जा रही है। Elon Musk की इस कंपनी ने भारत में अपनी मौजूदगी को और मजबूत करते हुए 11 अगस्त को दिल्ली के एयरोसिटी वर्ल्डमार्क कॉम्प्लेक्स में अपना दूसरा शोरूम खोलने का ऐलान किया है।
यह कदम न सिर्फ टेस्ला की भारतीय बाजार में गंभीरता को दर्शाता है, बल्कि भारत में इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) क्रांति को भी और रफ्तार देने वाला है।
दिल्ली में टेस्ला का दूसरा शोरूम: क्या है खास
- लोकेशन: वर्ल्डमार्क 3, एयरोसिटी – दिल्ली का हाई-एंड बिजनेस हब
- साइज: 4000 स्क्वायर फीट का विशाल एक्सपीरियंस सेंटर
- पहला शोरूम: 15 जुलाई को मुंबई के बीकेसी मेकर मैक्सिटी मॉल में खुला था
एयरोसिटी में शोरूम खोलना टेस्ला की उस रणनीति को दर्शाता है, जिसमें कंपनी अमीर और टेक-सेवी ग्राहकों को टारगेट कर रही है।
केवल बिक्री नहीं, अनुभव भी देगा टेस्ला का शोरूम
यह शोरूम केवल कारों की बिक्री का केंद्र नहीं होगा, बल्कि एक “Experience Center” के रूप में काम करेगा। यहाँ लोग:
- टेस्ला की टेक्नोलॉजी और फीचर्स को लाइव देख सकेंगे
- टेस्ट ड्राइव ले सकेंगे
- कार की कस्टमाइजेशन और बुकिंग भी कर सकेंगे
भारत का पहला टेस्ला सुपर चार्जिंग स्टेशन भी शुरू
टेस्ला ने 4 अगस्त को इसी एयरोसिटी लोकेशन पर भारत का पहला सुपरचार्जिंग स्टेशन भी लॉन्च कर दिया है।
चार्जिंग इंफ्रास्ट्रक्चर:
चार्जर का प्रकार | संख्या | चार्जिंग स्पीड | कीमत (₹/kWh) |
---|---|---|---|
V4 Supercharger (DC) | 4 | 250 kW | ₹24 |
Destination Charger (AC) | 4 | — | ₹14 |
- सिर्फ 14 मिनट की चार्जिंग में मिलेगी 300 KM तक की रेंज
- टेस्ला ऐप से:
- चार्जर की उपलब्धता जांचें
- चार्जिंग प्रोग्रेस ट्रैक करें
- डिजिटल पेमेंट करें
भारत में टेस्ला का प्लान: शोरूम्स और चार्जिंग नेटवर्क
पहले 8 सुपरचार्जिंग स्टेशनों की योजना:
- दिल्ली और मुंबई में प्रमुख स्थानों पर
- भविष्य में पुणे, बेंगलुरु, हैदराबाद जैसे शहरों में भी विस्तार
भविष्य की योजना:
- टेस्ला भारत में अभी केवल इंपोर्टेड गाड़ियां बेचेगी
- गुजरात, महाराष्ट्र, तमिलनाडु, तेलंगाना में फैक्ट्री खोलने पर विचार
भारत में टेस्ला के आने के पीछे की बड़ी वजहें
1. ग्लोबल मार्केट में गिरावट
- अमेरिका, यूरोप, चीन में सेल्स घटी
- जर्मनी में 76% और इटली में 55% गिरावट
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऑटोमोबाइल बाजार – नया अवसर
2. नई EV नीति का लाभ
- अगर कंपनी ₹4,150 करोड़ का निवेश करती है:
- इंपोर्ट ड्यूटी 70% से घटकर 15% तक हो सकती है
- इससे टेस्ला कारें सस्ती हो सकती हैं
3. प्रीमियम EV सेगमेंट में मांग
- टेस्ला Model Y: ₹59.89 – ₹67.89 लाख
- प्रतिद्वंद्वी: BMW iX1, Mercedes EQA
- भारत में 2030 तक 28 लाख से अधिक EVs बिकने की संभावना
टेस्ला के आने से भारत के EV मार्केट पर असर
- टेस्ला का आना भारत के EV इकोसिस्टम को तेजी से मजबूती देगा
- सरकार की नीतियां और तेजी से बढ़ती डिमांड EV सेक्टर को उछाल देंगी
- हालांकि शुरुआत में टेस्ला का असर प्रीमियम सेगमेंट तक सीमित रहेगा
किन कंपनियों पर असर?
- Tata, Mahindra जैसी मास-मार्केट कंपनियों पर तत्काल असर नहीं पड़ेगा
- लेकिन प्रीमियम EV बाजार में प्रतिस्पर्धा तेज होगी
टेस्ला की दिल्ली एंट्री भारत के EV सफर में बड़ा मोड़
टेस्ला का दिल्ली में शोरूम और सुपर चार्जिंग स्टेशन खोलना भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी की दिशा में एक बड़ा कदम है। ये न केवल ग्राहकों को वैश्विक टेक्नोलॉजी से जोड़ने वाला मौका है, बल्कि भारत के ऑटो सेक्टर के लिए नई दिशा भी तय करेगा।