BY: Yoganand Shrivastva
भारतीय सिनेमा की अब तक की सबसे महंगी फिल्मों में से एक ‘रामायण’ का बहुप्रतीक्षित टीज़र आखिरकार रिलीज हो गया है। फिल्म की भव्यता और धार्मिक भावनाओं से जुड़े कथानक को देखते हुए यह पहले से ही दर्शकों के बीच चर्चा का विषय बनी हुई है। सोशल मीडिया पर टीज़र को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है।
फिल्म में दिखाई देंगे बड़े चेहरे
इस मेगा प्रोजेक्ट में बॉलीवुड और दक्षिण भारतीय सिनेमा के दिग्गज अभिनेता शामिल हैं। रणबीर कपूर भगवान राम, साई पल्लवी माता सीता, और यश रावण की भूमिका में नजर आएंगे। वहीं, रवि दूबे जैसे प्रतिभाशाली अभिनेता भी अहम किरदार में होंगे। इस फिल्म का निर्देशन नितेश तिवारी कर रहे हैं, जो इससे पहले ‘दंगल’ जैसी सुपरहिट फिल्म बना चुके हैं।
बजट और निर्माण की भव्यता
‘रामायण’ को दो भागों में बनाया जा रहा है, जिसका कुल बजट लगभग 1200 करोड़ रुपये बताया जा रहा है। पहला भाग दिवाली 2026 पर सिनेमाघरों में आएगा और दूसरा भाग दिवाली 2027 पर रिलीज किया जाएगा। फिल्म में एक्शन दृश्यों को अधिक प्रभावशाली बनाने के लिए हॉलीवुड के सुप्रसिद्ध एक्शन डायरेक्टर गाय नॉरिस को शामिल किया गया है।
गीतों में दिखेगा कुमार विश्वास का साहित्यिक जादू
इस फिल्म के गाने लिखे हैं प्रसिद्ध कवि और रामकथा वाचक डॉ. कुमार विश्वास ने। उनके गीतों को संगीतबद्ध किया है ऑस्कर विजेता ए.आर. रहमान ने। कुमार विश्वास की साहित्यिक समझ और शब्दों पर पकड़ को देखते हुए निर्माताओं ने खासतौर पर उन्हें इस महागाथा के गीतों के लिए चुना है, जिससे कि फिल्म का भाव पक्ष दर्शकों के मन को सीधे छू सके।
पहले भी दिखा है कुमार विश्वास का फिल्मी जादू
हाल ही में कुमार विश्वास का गीत ‘हम साथ चलें तो जीतेंगे’, जो अक्षय कुमार की फिल्म ‘मिशन रानीगंज’ में था, काफी लोकप्रिय हुआ था। यह गाना आज राजनीतिक रैलियों से लेकर खेल मैदानों तक गूंजता है। इस बात ने साबित किया कि उनका लेखन सिर्फ भावनात्मक ही नहीं, बल्कि प्रेरणादायक भी होता है।
आदिपुरुष की विफलता से सबक लिया गया
गौरतलब है कि कुछ समय पहले ‘रामायण’ पर आधारित फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपने संवादों और प्रस्तुति को लेकर विवादों में आ गई थी और दर्शकों ने उसे नकार दिया था। इस बार मेकर्स ने इससे सबक लेते हुए ऐसे लेखक और कलाकारों को जोड़ा है, जिनकी रामकथा पर गहरी पकड़ और जनता से गहरा जुड़ाव है। यही कारण है कि गीतों के लिए कुमार विश्वास जैसे विद्वान कवि को चुना गया है, ताकि फिल्म की गरिमा और भक्ति भाव बना रहे।