सीरिया में अब विद्रोहियों का कब्जा हो गया है। वहीं राष्ट्रपति अल-असद देश छोड़कर भाग गए है। जानकारी के अनुसार अल असद को मॉस्कों में शरण दी गई है। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क पर पूरी तरह कंट्रोल कर लिया है। विद्रोही नेताओं ने घोषणा कर दी है कि अब दमिश्क बशर अल असद से पूरी तरह मुफ्त हो गया है। विद्रोहियों के कब्जे में आते ही इजरायल ने सीरिया पर बम बरसा दिए है।
विद्रोहियों ने कैदियों को किया मुक्त
उल्लेखनीय है कि हयात तहरीर अल.शाम के नेतृत्व में सीरियाई विद्रोही बलों ने सिर्फ़ एक दिन में चार प्रमुख शहरों, दारा, कुनेत्रा, सुवेदा और होम्स पर कब्ज़ा कर लिया। सीरियाई विद्रोहियों ने असद की कुख्यात काल कोठरी से कैदियों को मुक्त किया।
सीरिया सिविल युद्ध न्यूज़ लाइवरू रविवार को, 63 वर्षीय लेखक बशर बरहूम दमिश्क में अपनी जेल की कोठरी में जागे, उन्हें उम्मीद थी कि सात महीने की कैद के बाद उन्हें फांसी पर चढ़ा दिया जाएगा, हालांकि, विद्रोही उन्हें मुक्त करने के लिए पहुंचे, जैसे ही विद्रोही सीरिया में तेजी से आगे बढ़े, उन्होंने राजनीतिक कैदियों को रिहा करने के लिए जेलों में सेंध लगाई, जिनमें से कई 2011 में संघर्ष की शुरुआत से लापता थे।
सीरिया के सभी विपक्षी ग्रुप के संपर्क में रूस
सीरिया पर रूस के विदेश मंत्रालय ने बड़ा बयान दिया है। रूस ने कहा है कि रूस सीरिया के सभी विपक्षी ग्रुप के संपर्क में है। बशर अल असद ने कई पक्षों से बातचीत के बाद राष्ट्रपति का पदत्याग और देश छोड़ने का फैसला किया। अपने बयान में रूस ने आगे कहा कि रूस अल असद और विद्रोहियों के बीच चर्चा में शामिल नहीं था। हिंसा में शामल सभी पक्ष से रूस अनुरोध करता है कि वे हिंसा न करें, सीरिया के रूस के मिलिट्री बेस हाई अलर्ट पर और सुरक्षा पर कोई गंभीर खतरा नहीं है।
किस कौम से आते हैं असद?
सीरिया सिविल युद्ध न्यूज़ लाइवरू सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल.असद शिया इस्लामी समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। अल.असद परिवार सीरिया में अल्पसंख्यक शिया समुदाय से आता है। जबकि सीरिया की अधिकांश आबादी सुन्नी मुस्लिम है। यह धार्मिक विभाजन सीरिया के गृहयुद्ध का एक प्रमुख कारण रहा है।