by: vijay nandan
गर्मियों की तपती दोपहर हो या शाम की हल्की भूख, मोमोज़, बर्गर, चाऊमीन जैसे फास्ट फूड अकसर मन को लुभा लेते हैं। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि ये स्वाद आपकी सेहत को भारी नुकसान पहुँचा सकते हैं? अगर आप भी इन दिनों स्ट्रीट फूड से पेट भर रहे हैं, तो ज़रा रुकिए और यह लेख पढ़िए।
गर्मी में स्ट्रीट फूड क्यों हो जाता है खतरनाक?
गर्मी के मौसम में खाना जल्दी खराब होता है। वजह? बढ़ते तापमान में बैक्टीरिया ज़बरदस्त रफ्तार से पनपते हैं। खासकर:
- खुले में बिकने वाला खाना
- पहले से बना हुआ या बार-बार गरम किया गया खाना
- कटे हुए फल या सलाद
ऐसे फूड आइटम्स कुछ ही घंटों में बैक्टीरिया का घर बन सकते हैं। और अगर यही खाना हम खा लें, तो फूड पॉइजनिंग से लेकर वायरल हेपेटाइटिस तक कुछ भी हो सकता है।

शरीर पर पड़ने वाले असर
गर्मी में गंदा या अधपका खाना सीधे आपके पाचन तंत्र को प्रभावित करता है। शुरुआती लक्षण कुछ ऐसे हो सकते हैं:
- पेट दर्द और ऐंठन
- उल्टी और दस्त
- बुखार और सिर दर्द
- शरीर में जकड़न और थकान

अगर समय पर इलाज न हो तो बात हॉस्पिटल तक पहुंच सकती है।
कैसे रखें खुद को सुरक्षित?
अब सवाल ये है कि क्या गर्मियों में स्ट्रीट फूड से पूरी तरह तौबा कर लें? जवाब है — नहीं, लेकिन थोड़ी समझदारी ज़रूरी है।
ध्यान रखें ये बातें:
- खुले में बिकने वाले डेयरी प्रोडक्ट्स (दूध, दही, लस्सी) से बचें
- खाना बेचने वाले की सफाई व्यवस्था पर नज़र डालें
- मक्खियों और गंदगी के पास से खाना बिल्कुल न लें
- कटे फल और सलाद न खाएं
- घर से पानी की बोतल लेकर निकलें, बाहर का पानी न पिएं
- मांस, मछली या अंडे छूने के बाद हाथ अच्छी तरह धोएं
- खाना पूरी तरह पका हुआ हो, अधपका न खाएं
गर्मी में स्ट्रीट फूड खाने का मन सभी का करता है, लेकिन आपकी थोड़ी सी लापरवाही आपको बिस्तर पर भी पहुंचा सकती है। स्वाद जरूरी है, लेकिन उससे भी ज़्यादा ज़रूरी है आपकी सेहत। इसलिए अगली बार जब आप समोसे या मोमोज़ की खुशबू से बहकें, तो पहले ये ज़रूर सोचें — क्या ये खाना आपको ताज़गी देगा या अस्पताल का टिकट?