BY: Yoganand Shrivastva
बेंगलुरु: कर्नाटक के उपमुख्यमंत्री डीके शिवकुमार ने कहा है कि मंत्रिमंडल विस्तार और फेरबदल को लेकर मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से चर्चा की जाएगी। उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने संकेत दिए हैं कि सरकार के ढाई साल पूरे होने के बाद, यानी नवंबर के बाद, मंत्रिमंडल में बदलाव संभव है।
डीके शिवकुमार ने दिल्ली जाने से पहले कहा कि वह नियमित रूप से नई दिल्ली आते-जाते रहते हैं। उनका कहना था कि वे वहां कामकाज, अदालती मामलों और अन्य आवश्यक कामों के लिए जाते हैं।
मेट्रो परियोजना और नागरिक संवाद:
डीके शिवकुमार ने बेंगलुरु में मेट्रो रेल नेटवर्क के विस्तार की योजना पर भी बात की। उन्होंने कहा कि केंद्र इस परियोजना की कुल लागत का केवल 13 से 14 प्रतिशत ही देगा, जबकि बाकी खर्च राज्य सरकार वहन करेगी। इसके बावजूद परियोजना आगे बढ़ाई जा रही है।
उन्होंने नागरिकों और विशेषज्ञों से विचार-विमर्श की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि मोहनदास पई और किरण मजूमदार-शॉ से उनके सुझाव लिए गए हैं। शिवकुमार ने कहा कि आलोचना करने वालों की बात सुनना जरूरी है, क्योंकि वे भी बेंगलुरु का हिस्सा हैं और उनके सुझाव लोकतांत्रिक और प्रशासनिक प्रक्रिया के तहत शामिल किए जाएंगे।
सुरंग सड़क परियोजना पर बातचीत:
डीके शिवकुमार ने सुरंग सड़क परियोजना के विरोध का जिक्र करते हुए कहा कि इसे तेजस्वी सूर्या ने उठाया है। उन्होंने बताया कि सूर्या ने उनसे मुलाकात का समय मांगा था, जिसे उन्होंने दिया। उपमुख्यमंत्री ने कहा कि आलोचना महत्वपूर्ण है, लेकिन इसके साथ व्यावहारिक समाधान भी प्रस्तुत किए जाने चाहिए।





