खिवनी गांव की पीड़ा को साझा करने पहुंचे केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि कुछ अधिकारियों ने अमानवीय कार्य किए हैं, और सरकार उन्हें कड़ी सजा देगी। उन्होंने पीड़ित आदिवासी परिवारों को हरसंभव मदद का भरोसा भी दिलाया।
ट्रैक्टर से पहुंचे शिवराज, आदिवासी घर में खाया खाना
शनिवार को शिवराज सिंह चौहान ट्रैक्टर पर सवार होकर देवास जिले के खिवनी खुर्द गांव पहुंचे। यह वही गांव है, जहां 23 जून को वन विभाग ने अतिक्रमण बताकर कई आदिवासी घर तोड़ दिए थे।
- शिवराज ने गांव में एक पीड़ित परिवार के घर खाना खाया।
- करीब 15 मिनट तक परिवार के साथ समय बिताया।
- ग्रामीणों से मिलकर उनकी समस्याएं जानी।
- बरसाती के नीचे खड़े होकर 20 मिनट तक लोगों को संबोधित किया।
“सरकार गरीबों के साथ है, अन्याय नहीं होने देंगे”
ग्रामीणों को संबोधित करते हुए शिवराज ने कहा:
“मैं यहां मंत्री या सांसद नहीं, आपका सेवक बनकर आया हूं। राज्य सरकार आदिवासियों और गरीबों के साथ है। हम किसी के साथ अन्याय नहीं होने देंगे।”
उन्होंने अधिकारियों के रवैये पर नाराज़गी जताते हुए कहा,
“कुछ अफसरों ने बेहद अमानवीय कार्य किया है। सरकार की छवि को खराब किया है। ऐसे लोगों को दंडित किया जाएगा।”
पीड़ितों को मिलेगा मुआवजा और सहायता
शिवराज सिंह चौहान ने मौके पर प्रशासन को निर्देश दिए कि:
- सभी 51 पीड़ित परिवारों को टीन शेड, राशन और जरूरी सामान तुरंत उपलब्ध कराया जाए।
- जिनके घर तोड़े गए हैं, उन्हें मुआवजा और पट्टे दिए जाएंगे।
- सांसद निधि से आर्थिक मदद भी दी जाएगी।
- पहले से स्वीकृत सड़क निर्माण कार्य जल्द पूरा किया जाए।
23 जून की कार्रवाई पर मचा था बवाल
वन विभाग ने 23 जून को अतिक्रमण बताकर आदिवासी परिवारों के मकान गिरा दिए थे।
- भारी बारिश के दौरान की गई इस कार्रवाई की फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए।
- इसके बाद विभाग की कड़ी आलोचना हुई।
- 27 और 29 जून को खातेगांव में धरना प्रदर्शन भी हुआ था।
विजय शाह भी कर चुके हैं दौरा
इस घटना के बाद मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के निर्देश पर जनजातीय कार्य मंत्री विजय शाह भी 28 जून को खिवनी पहुंचे थे। उन्होंने:
- 3 किलोमीटर कीचड़ भरी सड़क पैदल तय की।
- पीड़ितों को राशन, टीन शेड और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई।
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आदिवासियों को न्याय का भरोसा
शिवराज सिंह चौहान का यह दौरा एक स्पष्ट संदेश है कि सरकार आदिवासियों के साथ है और न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। जिन अधिकारियों की वजह से यह घटना हुई, उन पर कार्रवाई तय है।