हत्या या आत्महत्या? परिजनों की CBI जांच की मांग
रिपोर्ट- विजय तिवारी, by: vijay nandan
मऊगंज, गडरा गांव: मऊगंज के गडरा गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। एक ही घर में तीन लोगों की फांसी पर लटकती लाशें मिलने से पूरे इलाके में सनसनी फैल गई। घटना के बाद गांव में तनाव का माहौल है, परिजनों का दावा है कि यह आत्महत्या नहीं बल्कि एक सुनियोजित हत्या है और वे इसकी सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
यह वही गांव है, जो कुछ समय पहले एएसआई रामचरण गौतम और शनि द्विवेदी की हत्या को लेकर चर्चा में आया था। अब एक ही परिवार के तीन लोगों की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।

परिजनों का आरोप – ‘ये आत्महत्या नहीं, बल्कि हत्या है’
घटना के बाद गांव में भारी पुलिस बल तैनात किया गया है। शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजने की कोशिश में पुलिस को भारी विरोध का सामना करना पड़ा। परिजनों और ग्रामीणों ने शवों को ले जाने से रोकने की कोशिश की, महिलाएं पुलिस की गाड़ियों के सामने लेट गईं। हालांकि, पुलिस ने किसी तरह स्थिति को काबू में किया।
अधिकारियों ने संभाला मोर्चा, जांच जारी
घटना की गंभीरता को देखते हुए मौके पर कलेक्टर, एसपी और फॉरेंसिक टीम पहुंच चुकी है और जांच जारी है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है, लेकिन परिजन इसे आत्महत्या मानने को तैयार नहीं हैं।
राजनीतिक बयानबाजी तेज, सीबीआई जांच की मांग
घटना पर राजनीति भी तेज हो गई है। विपक्षी नेताओं ने प्रशासन पर सवाल उठाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पूर्व विधायक सुखेंद्र सिंह बन्ना ने कहा,
“गांव में लगातार हत्याएं हो रही हैं और पुलिस लापरवाह बनी हुई है। प्रशासन को जल्द से जल्द सच्चाई सामने लानी होगी।”
वर्तमान विधायक प्रदीप पटेल बोले,
“हम इस मामले की सीबीआई जांच की मांग करेंगे, ताकि सच सामने आ सके।”
क्या मिलेगा न्याय या दब जाएगा मामला?
गांव में भारी पुलिस बल तैनात है और प्रशासन हालात पर नजर बनाए हुए है। अब देखना यह होगा कि पुलिस इस गुत्थी को सुलझा पाती है या यह मामला भी पहले की घटनाओं की तरह ठंडे बस्ते में चला जाएगा।
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