संवाददाता- प्रताप सिंह बघेल
मुरैना, मध्य प्रदेश: जिले के जौरा कस्वे क्षेत्र में एक स्कूल संचालक की लापरवाही ने एक छात्र और उसके परिवार की जिंदगी पर गहरा असर डाल दिया है। मामला ऑनलाइन एडमिशन का है, जिसमें स्कूल संचालक ने छात्र के बजाय उसके पिता का नाम ऑनलाइन एडमिशन फॉर्म में डाल दिया।
गलती कब और कैसे हुई
जानकारी के अनुसार, जौरा कस्वे निवासी रोहित पाराशर ने अपने बेटे तनिष्क पाराशर को वर्ष 2022 में सम्राट इंटरनेशनल स्कूल में कक्षा 6 में एडमिशन कराया। 5वीं कक्षा तक सभी कागजात सही थे, लेकिन कक्षा 6 में स्कूल प्रशासन ने तनिष्क की जगह उसके पिता रोहित की समग्र आईडी फीड कर दी।
सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि इसके बावजूद तीन साल तक—कक्षा 6, 7 और 8 में—इस गलती को न तो किसी शिक्षक ने देखा और न ही स्कूल संचालक को इसका पता चला।
एडमिशन में अड़चन और परिवार की परेशानी
कक्षा 8 की पढ़ाई पूरी होने के बाद जब रोहित पाराशर बेटे की टीसी लेकर दूसरे स्कूल में एडमिशन कराने पहुंचे, तब यह चौंकाने वाली गलती सामने आई।
स्कूल संचालक से इस गलती को सुधारने की मांग करने पर रोहित को न केवल अनसुना किया गया, बल्कि उन्हें भगा दिया गया। इसके कारण उनके बेटे का आगे का एडमिशन नहीं हो पा रहा है, जिससे छात्र का भविष्य संकट में है।
रोहित पाराशर पिछले तीन महीनों से अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर सुनवाई नहीं हुई।
जनसुनवाई में परिवार की गुहार
आज रोहित अपनी परेशानी लेकर जिला कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों को पूरी कहानी बताई और अपनी पीड़ा साझा की। रोहित ने कहा कि स्कूल की इस लापरवाही की वजह से उनके बेटे की पढ़ाई बाधित हो रही है और वह चाहते हैं कि यह गलती तुरंत सुधारी जाए।