महिला सशक्तिकरण में मिशन शक्ति 5.0 बना अनूठा उदाहरण
रिपोर्ट- महेश राघव, एडिट- विजय नंदन
नवरात्रि के शुभारंभ के अवसर पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत संभल जिले में नारी सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल देखने को मिली। महिला सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को नई ऊंचाई देने के उद्देश्य से बालिकाओं को एक दिन के लिए जिले के प्रमुख प्रशासनिक पदभार सौंपे गए।
बालिकाओं को मिला सांकेतिक पदभार
- रहनुमा खान (कक्षा 11, जीके सिल्वर स्टोन) – एक दिन की सांकेतिक जिलाधिकारी
- नमरा नाज (कक्षा 11, जीके सिल्वर स्टोन) – एक दिन की सांकेतिक पुलिस अधीक्षक
- साक्षी चौहान (कक्षा 8, कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय) – एक दिन की सांकेतिक मुख्य विकास अधिकारी (सीडीओ)
- संगीता (कक्षा 11, कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय) – एक दिन की सांकेतिक अपर जिलाधिकारी (एडीएम)
कलेक्ट्रेट परिसर का निरीक्षण
सभी सांकेतिक अधिकारियों ने कलेक्ट्रेट और अन्य प्रशासनिक कार्यालयों का निरीक्षण किया। उन्होंने विभागीय कार्यप्रणाली को समझा और अधिकारियों के दायित्वों के बारे में जानकारी ली।

जिलाधिकारी ने किया सम्मानित
इस मौके पर जिलाधिकारी डॉ. राजेंद्र पैसिया ने एक दिन के लिए प्रशासन की कमान संभालने वाली सभी बालिकाओं को पुरस्कार स्वरूप पुस्तकें भेंट कीं और उनके आत्मविश्वास की सराहना की। कार्यक्रम में जिले के अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे।
नारी शक्ति का नया आयाम
संभल में हुआ यह आयोजन नारी शक्ति के सम्मान और नेतृत्व क्षमता को बढ़ावा देने की दिशा में मिशन शक्ति 5.0 का अनूठा उदाहरण बन गया। बालिकाओं के चेहरे पर प्रशासनिक जिम्मेदारी निभाने का उत्साह और गर्व स्पष्ट दिखाई दिया।

संभल: कक्षा 11 की छात्रा नमरा नाज बनीं एक दिन की सांकेतिक पुलिस अधीक्षक
संभल।
महिलाओं और बालिकाओं की सुरक्षा एवं स्वावलंबन को बढ़ावा देने के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत जनपद संभल में अनूठी पहल की गई। जीके सिल्वर स्टोन सीनियर सेकेंडरी स्कूल, चंदौसी की कक्षा 11 की छात्रा नमरा नाज को एक दिन के लिए सांकेतिक पुलिस अधीक्षक (एसपी) का पदभार सौंपा गया।
जनसुनवाई और कार्यालय का निरीक्षण
एक दिन की पुलिस अधीक्षक बनीं नमरा नाज ने न केवल पुलिस कार्यालय का भ्रमण किया, बल्कि जनसुनवाई भी की। भ्रमण के दौरान उन्होंने
- आईजीआरएस
- वाचक कार्यालय
- आंकिक शाखा
- रिट सेल
- मॉनिटरिंग सेल
- डिस्पैच
- डीसीआरबी
जैसी विभिन्न शाखाओं के कामकाज को करीब से देखा और समझा।
अधिकारियों के दायित्व को समझा
नमरा नाज ने एक दिन के एसपी के रूप में अधिकारी के दायित्वों को समझा और व्यावहारिक अनुभव प्राप्त किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक कृष्ण कुमार बिश्नोई समेत अन्य अधिकारी भी मौजूद रहे।
मिशन शक्ति 5.0 का उद्देश्य
इस आयोजन का उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता विकसित करना है ताकि वे भविष्य में समाज और प्रशासन में अपनी मजबूत भूमिका निभा सकें।
मिशन शक्ति की मुख्य बातें:
- महिला सुरक्षा:
- सड़क, घर और सार्वजनिक जगहों पर महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित महसूस कराना।
- महिला अपराधों, छेड़छाड़ और यौन उत्पीड़न को रोकने के लिए सख्त कदम।
- सशक्तिकरण:
- महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रशिक्षण और शिक्षा योजनाओं का प्रचार।
- महिलाओं के लिए नौकरी, स्वरोजगार और आर्थिक अवसर बढ़ाना।
- प्रवर्तन और जागरूकता:
- पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के साथ मिलकर महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना।
- स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता अभियान चलाना।
- हेल्पलाइन, सुरक्षा ऐप और महिला थाने जैसी सुविधाओं को मजबूत करना।
- विशेष संस्करण – मिशन शक्ति 5.0:
- यह अभियान का पांचवां चरण है।
- इसमें तकनीक और समुदाय दोनों के माध्यम से सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाने पर जोर दिया गया है।
- ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में महिलाओं और लड़कियों के लिए विशेष सुरक्षा उपाय।