आज हम बात करेंगे एक बड़ी खबर की, जो भारत की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी है। ओडिशा के दो सीनियर IPS अधिकारी, रविकांत और मित्रभानु महापात्रा को सीमा सुरक्षा बल (BSF) में बड़े पदों पर नियुक्त किया गया है। 26 अप्रैल 2025 को इस नियुक्ति की घोषणा हुई, जो ओडिशा के लिए गर्व का पल है। तो आइए इस खबर को आसान और मजेदार तरीके से समझते हैं!
ये अधिकारी कौन हैं?
1. रवि कांत: BSF के नए इंस्पेक्टर जनरल (IG)
- पृष्ठभूमि: रवि कांत 1998 बैच के ओडिशा कैडर के IPS अधिकारी हैं। अपने लंबे करियर में इन्होंने राज्य में कई अहम पदों पर सेवाएं दी हैं।
- हालिया भूमिका: जुलाई 2024 से ये ओडिशा के गृह विभाग में ‘Officer on Special Duty’ (OSD) के रूप में कार्यरत थे।
- नई जिम्मेदारी: अब रवि कांत को BSF में इंस्पेक्टर जनरल (IG) नियुक्त किया गया है। वे पांच साल की प्रतिनियुक्ति (deputation) पर काम करेंगे या अगले आदेश तक इस पद पर रहेंगे।
2. मित्रभानु महापात्रा: BSF के नए डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG)
- पृष्ठभूमि: मित्रभानु महापात्रा 2010 बैच के IPS अधिकारी हैं, और ओडिशा पुलिस में अपनी सक्रिय नेतृत्व क्षमता के लिए जाने जाते हैं।
- हालिया भूमिका: हाल तक ये राउरकेला के पुलिस अधीक्षक (SP) थे। अप्रैल 2024 में चुनाव आयोग (ECI) के निर्देश पर इन्हें राज्य पुलिस मुख्यालय, कटक रिपोर्ट करने को कहा गया था।
- नई जिम्मेदारी: अब मित्रभानु महापात्र को BSF में डिप्टी इंस्पेक्टर जनरल (DIG) बनाया गया है, वो भी पांच साल के लिए प्रतिनियुक्ति पर।
इसका मतलब क्या है?
BSF यानी सीमा सुरक्षा बल भारत की सीमाओं की रक्षा करने वाली सबसे अहम अर्धसैनिक बलों में से एक है। पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी सीमाओं पर सुरक्षा, तस्करी और घुसपैठ रोकने में BSF की बड़ी भूमिका है।
- रवि कांत अब IG के तौर पर रणनीतिक ऑपरेशन्स, नीतियों के क्रियान्वयन और BSF के उच्च स्तरीय समन्वय की जिम्मेदारी संभालेंगे।
- मित्रभानु महापात्रा DIG के तौर पर सीमा क्षेत्रों में BSF यूनिट्स के संचालन और गतिविधियों को देखेंगे।
गृह मंत्रालय ने ओडिशा सरकार को आदेश दिया है कि दोनों अधिकारियों को तुरंत रिलीव किया जाए ताकि वे अपनी नई जिम्मेदारियाँ संभाल सकें।

क्यों है यह खबर खास?
- राष्ट्रीय सुरक्षा को मजबूती: अनुभवी अधिकारियों के नेतृत्व से BSF की ताकत और बढ़ेगी, जिससे भारत की सीमाएं और ज्यादा सुरक्षित रहेंगी।
- ओडिशा का राष्ट्रीय योगदान: यह दिखाता है कि ओडिशा राज्य भी अब राष्ट्रीय स्तर पर सुरक्षा बलों में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है।
- अधिकारियों के लिए मील का पत्थर: राज्य स्तर से राष्ट्रीय अर्धसैनिक बल तक का सफर, इनकी मेहनत और योग्यता का बड़ा प्रमाण है।
कैसे हुई ये नियुक्ति?
- गृह मंत्रालय ने BSF में IG और DIG पदों पर रिक्तियों की पहचान की।
- अनुभवी और योग्य अधिकारियों में से रवि कांत और मित्रभानु महापात्रा का चयन हुआ।
- ओडिशा के मुख्य सचिव को पत्र भेजकर दोनों अधिकारियों को तुरंत रिलीव करने का निर्देश दिया गया।
- पत्र में उल्लेख किया गया कि नियुक्ति बेहद जरूरी है और अधिकारी जल्द से जल्द नई भूमिका संभालें।
आगे क्या होगा?
दोनों अधिकारी जल्दी ही अपनी नई पोस्टिंग पर जाकर देश की सीमाओं की सुरक्षा में जुटेंगे। उनकी जिम्मेदारियों में शामिल होगा:
- रणनीति बनाना: तस्करी, घुसपैठ और आतंकवाद जैसे खतरों से निपटने के लिए नीतियां तैयार करना।
- ऑपरेशनल लीडरशिप: कठिन परिस्थितियों में BSF जवानों का नेतृत्व करना।
- अन्य सुरक्षा एजेंसियों के साथ समन्वय: सेना, पुलिस और अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर काम करना।
आपको क्यों फर्क पड़ता है?
आप सोच रहे होंगे, “इससे मेरा क्या लेना-देना?” तो जान लीजिए, राष्ट्रीय सुरक्षा सीधा आपके जीवन और देश की स्थिरता से जुड़ी है। जब हमारी सीमाएं सुरक्षित रहती हैं, तब देश में विकास और शांति संभव होती है। साथ ही, ये खबर प्रेरणादायक भी है कि ओडिशा जैसे राज्य के होनहार अधिकारी राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बना रहे हैं।
निष्कर्ष
रवि कांत और मित्रभानु महापात्रा की BSF में नियुक्ति ओडिशा के लिए गर्व का विषय है और भारत की सुरक्षा व्यवस्था के लिए एक मजबूत कदम है। हम इन दोनों अधिकारियों को उनकी नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं देते हैं और उम्मीद करते हैं कि ये देश का और भी नाम रोशन करेंगे!
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