BY: MOHIT JAIN
बेंगलुरु के बीसीसीआई सेंटर ऑफ एक्सीलेंस ग्राउंड में खेले जा रहे दलीप ट्रॉफी फाइनल में सेंट्रल जोन के कप्तान रजत पाटीदार ने एक बार फिर अपने बल्ले से इतिहास रच दिया. दाएं हाथ के इस स्टाइलिश बल्लेबाज ने साउथ जोन के खिलाफ शानदार शतक जड़कर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया.
सिर्फ 112 गेंदों में शतक
पाटीदार ने बेहद आक्रामक अंदाज में बल्लेबाजी करते हुए 112 गेंदों पर शतक पूरा किया. उनकी पारी में 12 चौके और 2 छक्के शामिल रहे. यह उनके फर्स्ट क्लास करियर का 15वां शतक है. खास बात यह है कि क्वार्टर फाइनल में भी उन्होंने शतक जमाकर टीम को जीत दिलाई थी और अब फाइनल में भी धमाकेदार बल्लेबाजी करके सबको प्रभावित किया है.
टीम की पारी को दिया सहारा
साउथ जोन के गेंदबाज शुरुआत में दबाव बनाने में सफल रहे. अक्षय वाडकर और दानिश मालेवार ने भले ही अच्छी शुरुआत दिलाई थी, लेकिन जल्दी विकेट गिरने से टीम पर दबाव बढ़ा. तभी पाटीदार क्रीज पर उतरे और यश राठौड़ के साथ शतकीय साझेदारी करते हुए टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचा दिया. मालेवार के 53 रन पर आउट होने के बाद भी उन्होंने पारी की गति को थामे रखा.
शतक के तुरंत बाद आउट
दिलचस्प बात यह रही कि शतक पूरा करते ही पाटीदार आउट हो गए. गुरजपनीत सिंह की गेंद पर उन्होंने साउथ जोन के कप्तान अजहरुद्दीन को कैच थमा दिया. इसके बावजूद उनकी पारी ने सेंट्रल जोन को बढ़त दिलाने में अहम भूमिका निभाई.
शानदार टूर्नामेंट प्रदर्शन
दलीप ट्रॉफी 2025 में रजत पाटीदार का बल्ला लगातार रन उगल रहा है. अब तक उन्होंने चार पारियों में 369 रन बनाए हैं और सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन चुके हैं. यह आंकड़ा साफ दिखाता है कि उनका फॉर्म बेहतरीन है और उन्हें रोकना फिलहाल किसी भी गेंदबाज के लिए आसान नहीं है.
टीम इंडिया में वापसी की उम्मीद
32 साल के रजत पाटीदार को भारत के सबसे प्रतिभाशाली बल्लेबाजों में गिना जाता है. हालांकि इंटरनेशनल स्तर पर उन्हें मिले मौके में वे प्रभावित नहीं कर सके. इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में सिर्फ 63 रन और वनडे में 22 रन ही बना पाए थे. इसके बाद उन्हें टीम से बाहर होना पड़ा. लेकिन मौजूदा प्रदर्शन को देखकर कहा जा सकता है कि अगर वे इसी तरह रन बनाते रहे, तो उनकी टीम इंडिया में वापसी तय मानी जाएगी.





