रायगढ़ | रिपोर्टर: भूपेंद्र ठाकुर
रायगढ़ जिले के ग्राम कोड़ातराई में फर्जी तरीके से मतदाता पहचान पत्र बनवाने के मामले में पुलिस ने पाकिस्तानी नागरिक भाई-बहन को गिरफ्तार किया है। पुलिस जांच के दौरान इन दोनों के पास पासपोर्ट और लॉन्ग टर्म वीजा पाए गए, लेकिन भारतीय नागरिकता लिए बिना इनका मतदाता सूची में नाम दर्ज होना चौंकाने वाला मामला सामने आया है।
जानकारी के मुताबिक, कोड़ातराई गांव में सड़क किनारे स्थित पक्के मकान में याकूब शेख अपने बेटे इफ्तिखार शेख, बेटी अर्निश शेख, मां और अन्य परिजनों के साथ रहता है। पुलिस ने याकूब शेख के बेटे और बेटी को इस मामले में गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में सामने आया कि आधार कार्ड का उपयोग कर ऑनलाइन माध्यम से फर्जी मतदाता पहचान पत्र बनवाए गए थे। इनका नाम इस बार के ग्राम पंचायत चुनाव की मतदाता सूची के वार्ड क्रमांक 19 और 20 में भी दर्ज था।
जब स्वदेश न्यूज़ टीम ने याकूब शेख से इस संबंध में जानकारी लेने का प्रयास किया तो उन्होंने बात करने से इनकार कर दिया और कहा कि इस विषय में उनका बेटा ही जानकारी देगा।
कोड़ातराई सरपंच मृत्युंजय सिंह ने बताया कि मतदाता सूची बनाने का कार्य तहसीलदार के निर्देश पर बीएलओ द्वारा किया जाता है। उनका नाम कब और कैसे जोड़ा गया, इसकी जांच तीनों चुनावी मतदाता सूचियों—लोकसभा, विधानसभा और पंचायत चुनाव—को देखकर स्पष्ट होगी।
रायगढ़ एसडीएम प्रवीण तिवारी ने बताया कि मामला संज्ञान में लिया गया है और ईआरओ नेट से उनकी पूरी डिटेल निकाली गई है। पता चला कि साल 2021-22 में आधार कार्ड के आधार पर उनका मतदाता पहचान पत्र बनाया गया था, जिसमें स्थानीय पता दर्शाया गया था। तहसीलदार को मामले की सूक्ष्म जांच के निर्देश दिए गए हैं और जल्द ही इस पर विस्तृत रिपोर्ट प्रस्तुत की जाएगी।
पुलिस और प्रशासन द्वारा इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। इस घटना ने फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से मतदाता सूची में नाम जोड़ने की प्रक्रिया पर सवाल खड़े कर दिए हैं।
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