पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को लेकर दिए गए विवादित बयान ने राजनीतिक बवाल मचा दिया है। भाजपा ने उनकी आलोचना करते हुए तुरंत माफी और इस्तीफे की मांग की है। इस लेख में जानिए इस पूरे विवाद की गहराई और इससे जुड़ी प्रतिक्रियाएं।
भगवंत मान का विवादित बयान: क्या कहा था सीएम ने?
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने हाल ही में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में भाजपा के ‘ऑपरेशन सिंदूर’ अभियान पर कटाक्ष करते हुए कहा कि भाजपा घर-घर जाकर सिंदूर बांट रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या लोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे और इसे ‘वन नेशन, वन हसबैंड’ योजना के रूप में देखा जा रहा है?
इस बयान ने भाजपा नेताओं को आग में घी डालने का काम किया, जिन्होंने इसे राष्ट्रीय एकता और संवेदनशीलता के खिलाफ बताया।
भाजपा का तीखा हमला: माफी और इस्तीफा मांगा
भाजपा के पंजाब प्रवक्ता प्रीतपाल सिंह बलियावाल ने कहा:
“भगवंत मान का बयान पूरी तरह निंदनीय है। उन्हें तुरंत माफी मांगनी चाहिए और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देना चाहिए। यह बयान पंजाब की जनता और सुरक्षा बलों का अपमान है।”
भाजपा ने मान के बयानों को गैर-जिम्मेदाराना और आपत्तिजनक बताते हुए इसे पंजाब सरकार की असंवेदनशीलता और विफलता करार दिया। साथ ही पार्टी ने केंद्र सरकार से भी इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की।
भाजपा का आरोप: पंजाब सरकार की गलत नीतियां और राज्य की छवि को नुकसान
भाजपा ने पंजाब सरकार पर आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी की नीतियां और विवादित बयान लगातार राज्य की छवि को नुकसान पहुंचा रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे बयान देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा बन सकते हैं। भाजपा ने इस मामले की जांच और उचित कार्रवाई की भी मांग की है।
ऑपरेशन सिंदूर क्या है?
ऑपरेशन सिंदूर एक महत्वपूर्ण सुरक्षा अभियान था, जिसका उद्देश्य राज्य और देश की सुरक्षा को मजबूत बनाना था। भाजपा का आरोप है कि इस अभियान के प्रति भगवंत मान का यह विवादित रवैया गंभीर चिंता का विषय है।
सियासी बवाल के बीच जनता की नजर
- भाजपा और आम आदमी पार्टी के बीच जारी यह बहस अब पूरे पंजाब और देश में चर्चा का विषय बनी हुई है।
- लोग सोशल मीडिया पर भी इस मामले पर अपनी प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं।
- कई राजनीतिक विश्लेषक मानते हैं कि इस विवाद का असर आगामी चुनावों पर भी पड़ सकता है।
निष्कर्ष: पंजाब में राजनीतिक तनाव बढ़ा
भगवंत मान के बयान ने पंजाब की राजनीतिक फिजा को और गर्मा दिया है। भाजपा की कड़ी प्रतिक्रिया और इस्तीफे की मांग से यह मुद्दा और बढ़ गया है। आने वाले दिनों में राजनीतिक हलचलें और बढ़ने की संभावना है।