अंतरराष्ट्रीय संस्था FATF (Financial Action Task Force) की ताज़ा रिपोर्ट में भारत में हुए दो बड़े आतंकी हमलों को लेकर चौंकाने वाले खुलासे किए गए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, पुलवामा हमला (2019) और गोरखनाथ मंदिर हमला (2022) में आतंकियों ने ई-कॉमर्स और ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म्स का इस्तेमाल किया था।
Amazon से खरीदा गया था विस्फोटक
FATF की रिपोर्ट बताती है कि पुलवामा हमले में इस्तेमाल किया गया एल्यूमीनियम पाउडर, जो विस्फोटक बनाने के लिए जरूरी था, Amazon (EPOM प्लेटफॉर्म) से खरीदा गया था।
- यह पाउडर विस्फोट की ताकत बढ़ाने के लिए इस्तेमाल किया गया था।
- पुलवामा हमले में 40 से ज्यादा सीआरपीएफ जवान शहीद हुए थे।
- इस हमले की साजिश आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद (JeM) ने रची थी।
गोरखनाथ हमले में PayPal से भेजे गए पैसे
FATF रिपोर्ट में एक और चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है। 3 अप्रैल 2022 को गोरखनाथ मंदिर पर हुए हमले में शामिल आतंकी को ₹6.69 लाख (लगभग $7,685) PayPal के ज़रिए भेजे गए थे।
- इसके अलावा एक अन्य विदेशी स्रोत से ₹10,323 (लगभग $188) भी भेजे गए।
- आतंकी ने VPN का उपयोग कर अपनी लोकेशन और IP Address छिपाया।
ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स बन रहे आतंक का नया जरिया
FATF ने चेतावनी दी है कि आतंकी अब डिजिटल प्लेटफॉर्म्स जैसे Amazon, PayPal और अन्य ई-कॉमर्स वेबसाइट्स का इस्तेमाल कर:
- हथियार, रसायन और अन्य उपकरण खरीद रहे हैं।
- मनी लॉन्ड्रिंग और फंड मूवमेंट को अंजाम दे रहे हैं।
EPOM जैसे प्लेटफॉर्म्स का उपयोग व्यापार आधारित मनी लॉन्ड्रिंग स्कीम में भी किया जा रहा है।
FATF ने जताई चिंता: सख्त निगरानी की जरूरत
FATF ने अप्रैल 2025 में पहलगाम में हुए आतंकी हमले की निंदा करते हुए कहा कि ऐसे हमले आर्थिक मदद के बिना संभव नहीं हैं। संगठन ने अपने 200 सदस्य देशों से आतंकी फंडिंग को रोकने के लिए:
- ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पर निगरानी बढ़ाने,
- ई-कॉमर्स और डिजिटल पेमेंट सिस्टम्स की जांच करने की अपील की है।
यह रिपोर्ट इस बात का सबूत है कि आतंकी संगठन तकनीक का दुरुपयोग कर रहे हैं। अब ज़रूरत है कि सरकारें और एजेंसियां डिजिटल लेन-देन और प्लेटफॉर्म्स पर सख्त निगरानी रखें, ताकि आने वाले समय में ऐसे हमलों को रोका जा सके।