पीएम मोदी अच्छे वक्ता होने के साथ ही एक अच्छे लेखक भी है, इसका उदाहरण एक बार फिर खुद पीएम मोदी ने दिया। बता दे कि, पीएम मोदी ने भारत के रतन के स्वर्गीय रतन, रतन टाटा पर एक लेख लिखा, जिसमें पीएम मोदी ने रतन टाटा के योगदान के साथ-साथ अपने और रतन टाटा के रिश्तों के बारे में चर्चा की।
पीएम मोदी ने अपने लेख में बताया कि, रतन टाटा हमेशा भारत में नवाचार की बुनियाद रखते थे, उनके व्यक्तित्व से सीखा जा सकता है कि, सपने बड़े देखना चाहिए और उन्हें पूरा करने की पूरी कोशिश करना चाहिए। रतन टाटा ने भारत के लिए जो सपना देखा उसे पूरा किया। उनके ना रहने का दुख शहर-शहर, गांव-गांव के साथ पूरे विश्व में महसूस किया जा सकता है। लगभग हर क्षेत्र के लोगों से उनका गहरा नाता था।
पीएम मोदी ने आगे लिखा कि, युवाओं के लिए रतन टाटा हमेशा प्रेरणा के स्त्रोत रहेंगे, रतन टाटा ने हम सभी को सिखाया है कि, विनम्र स्वभाव के साथ सफलता पाई जा सकती है। रतन टाटा के नेतृत्व में टाटा ग्रुप ने नई उचाईयां हासिल की, लेकिन उन्होंने अपनी सफलताओं को पूरी विनम्रता के साथ स्वीकार किया है।
रतन टाटा जी को अंतिम विदाई दिए हुए करीब एक महीना बीत चुका है। भारतीय उद्योग जगत में उनके योगदान को सदैव याद किया जाएगा और यह सभी देशवासियों को प्रेरित करता रहेगा। उनके असाधारण जीवन और अतुलनीय योगदान को समर्पित मेरा यह आलेख…https://t.co/WKehnVoBgW
— Narendra Modi (@narendramodi) November 9, 2024
पीएम मोदी के साथ रतन के अनुभव
पीएम मोदी ने लेख में रतन टाटा और अपने अनुभव भी साझा किए है। मोदी ने बताया किस तरह उन्होंने और रतन टाटा ने गुजरात मे काम किया, इसके बाद जब केंद्र की कमान पीएम मोदी के हाथ में आई तब भी कई बातचीत का सिलसिला जारी रहा। विकास के कई प्रोजेक्ट्स में रतन टाटा ने प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से योगदान दिया था। स्वच्छ भारत मिशन की वर्षगांठ पर उनका वीडियो संदेश उनकी अंतिम सार्वजनिक उपस्थितियों में से एक था।