प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वाराणसी पहुंचे हैं। जहां उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी मौजूद रहें। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ समय पहले हमने कुछ भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में मान्यता दी। उसमें पाली और प्राकृत भाषा भी है। पाली भाषा का सारनाथ से विशेष नाता है, काशी से भी विशेष नाता है। प्राकृत भाषा का भी विशेष नाता है और इसलिए इन भाषाओं को शास्त्रीय भाषा के रूप में गौरव प्राप्त होना, ये हम सभी के लिए गौरव का विषय है।
आंखों के एक बड़े अस्पताल का हुआ लोकार्पण
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “काशी के लिए आज का दिन बहुत ही शुभ है। अभी मैं आंखों के एक बड़े अस्पताल का लोकार्पण करके आया हूं। शंकरा नेत्र अस्पताल से बुजुर्गों और बच्चों को बहुत मदद मिलने वाली है। बाबा के आशीर्वाद से अब यहां हजारों करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण हुआ है। आज उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अलग-अलग एयरपोर्ट का शुभारंभ हुआ है। कुल मिलाकर देखें तो आज शिक्षा, कौशल-विकास, खेल, स्वास्थ्य, पर्यटन, हर क्षेत्र की परियोजनाएं वाराणसी को मिली हैं। ये सारी परियोजनाएं सुविधा के साथ-साथ हमारे नौजवानों के लिए रोजगार के अनेक नए अवसर भी लेकर आई हैं।”
सीएम योगी ने कही बात
वाराणसी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, “विगत 10 वर्षों में अकेले काशी में 44 हजार करोड़ रुपये की परियोजनाओं को स्वीकृत किया गया जिसमें से लगभग 34 हजार करोड़ की परियोजनाएं आज पूरी की जा चुकी हैं और 10 हजार करोड़ से अधिक राशि की परियोजनाएं निर्माणाधीन हैं। इसी तरह दिपावली के ठीक पहले 3 हजार 200 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का उपहार प्रधानमंत्री के कर्मकमलो से काशीवासियों को प्राप्त हो रहा है। मैं काशी के लोगों को इसके लिए बधाई देता हूं।”