रिपोर्टर: हिमांशु पटेल
छत्तीसगढ़ की राजनीति में इस वक्त सबसे बड़ा मुद्दा न तो कोई नीति है और न ही कोई योजना – बल्कि एक मोबाइल फोन है! कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज का महंगा आईफोन चोरी हो गया है और इस चोरी ने राज्य की राजनीति में जबरदस्त भूचाल ला दिया है।
बैठक के दौरान मोबाइल गायब, कांग्रेस में मचा हड़कंप
रविवार को कांग्रेस मुख्यालय राजीव भवन रायपुर में NSUI पदाधिकारियों की बैठक चल रही थी। यह बैठक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आगामी दौरे की तैयारियों को लेकर आयोजित की गई थी। इसी दौरान पीसीसी चीफ दीपक बैज का मोबाइल फोन रहस्यमय तरीके से गायब हो गया।
दीपक बैज ने मीडिया से कहा, “मुझे याद नहीं कि मोबाइल कहां रखा था।” इसके बाद राजीव भवन में हड़कंप मच गया और पदाधिकारी मोबाइल की खोज में जुट गए, लेकिन सफलता नहीं मिली। मामला पुलिस में दर्ज कराया गया है और अब इस “मोबाइल कांड” ने सियासत की चिंगारी सुलगा दी है।
राजनीतिक बयानबाजी ने पकड़ा तूल
मोबाइल चोरी की घटना को लेकर अब कांग्रेस और बीजेपी आमने-सामने हैं:
- पूर्व कांग्रेस नेत्री राधिका खेड़ा ने पूछा – “राजीव भवन में CCTV क्यों नहीं हैं? चोरी रोकने से ज़्यादा ‘कुछ छुपाने’ की कोशिश तो नहीं हो रही?”
- उन्होंने तीखा सवाल उठाया – “क्या कका (पूर्व सीएम भूपेश बघेल) के कार्यकाल से जुड़े ऐसे कौन से ‘काले राज़’ हैं जो इस मोबाइल में छिपे थे?”
- डिप्टी सीएम विजय शर्मा ने कहा, “राजीव भवन में CCTV कैमरे लगाना अब अनिवार्य होगा, हम CCTV एक्ट ला रहे हैं।”
बीजेपी ने साधा निशाना, कांग्रेस का पलटवार
बीजेपी ने आरोप लगाया कि अगर मोबाइल में कुछ संवेदनशील जानकारी थी, तो उसे गायब करना संदेहास्पद है। पार्टी ने यहां तक कह दिया कि “क्या पूर्व सीएम बघेल या टीएस सिंहदेव पर शक किया जा रहा है?”
वहीं, पीसीसी चीफ दीपक बैज ने पलटवार करते हुए कहा:
“मोबाइल मेरा चोरी हुआ है, लेकिन तकलीफ बीजेपी को हो रही है! उन्हें राज्य के असल मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए, न कि मेरी निजी चीज़ों पर।”
पुलिस जांच जारी, कई सवाल अब भी अनुत्तरित
इस मामले में पुलिस ने जांच शुरू कर दी है, लेकिन अब तक मोबाइल बरामद नहीं हुआ है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पूछताछ की जा रही है, और परिसर में मौजूद हर व्यक्ति पर नजर रखी जा रही है।
राजनीतिक गलियारों में अब ये सवाल गूंज रहा है:
- क्या ये वाकई एक सामान्य चोरी है?
- या फिर कोई साजिश है, जिसके जरिए किसी ‘बड़े खेल’ की शुरुआत की गई है?