भोजपुरी सिनेमा के सुपरस्टार पवन सिंह अक्सर अपनी फिल्मों और गानों को लेकर चर्चा में रहते हैं। एक बार फिर पावरस्टार सुर्खियों में हैं। दरअसल, इस बार वह अपने गाने और फिल्मों को लेकर नहीं बल्कि एक बयान को लेकर लाइमलाइट में हैं।
दरअसल, हाल ही में देश में आम चुनाव संपन्न हुए। भारतीय जनता पार्टी की ओर से उन्हें पश्चिम बंगाल के आसनसोल से उम्मीदवार बनाया गया था लेकिन बाद में उनका टिकट काट दिया गया। जिस पर अब पवन सिंह की ओर से बड़ा खुलासा किया गया है और बताया गया है कि आखिर उन्होंने आसनसोल से चुनाव क्यों नहीं लड़ा।
पवन सिंह ने खोली बीजेपी की पोल
हाल ही में पवन सिंह ने एक इंटरव्यू दिया है। जिसमें उनसे सवाल पूछा जाता है कि आखिर उन्होंने बीजेपी के टिकट से चुनाव लड़ने से माना क्यों कर दिया। जिस पर पवन सिंह कहते हैं कि मैं इस मुद्दे पर पहली बार बात करने जा रहा हूं। आज से पहले मैंने इस मामले पर कभी खुलकर नहीं बोला लेकिन आज मैं बोलूंगा। पवन सिंह ने कहा कि मैंने आसनसोल से चुनाव लड़ने से माना नहीं किया बल्कि मुझे रोका गया।
सुपरस्टार ने आगे कहा कि मेरे एक गाने की वजह से ये सब हुआ। जब मेरा नाम आसनसोल से शुत्रध्न सिन्हा के खिलाफ चुनाव लड़ने को आया तो मैं खुश था लेकिन मेरे गाने को अधार बनाकर मेरा खूब विरोध किया। जिसकी वजह से फोन करके कहा गया कि आप चुनाव मत लड़िए बाद में देखेंगे। बता दें कि पवन सिंह का साफ इशारा बीजेपी के बड़े नेताओं पर था। यानी इस इंटरव्यू में पवन सिंह ने यह साफ कर दिया कि उनकी ओर से चुनाव लड़ने को नहीं कहा गया बल्कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व की ओर से ही यह फैसला था। जिसकी वजह से उन्हें निर्दलीय ही कराकाट से चुनाव लड़ना पड़ा। हालांकि, यहां भी उन्हें मुंह की खानी पड़ी थी।
साल 2019 में भी पवन सिंह लड़ने वाले थे चुनाव
बता दें कि, पवन सिंह ने अपने इंटरव्यू में यह भी बताया कि साल 2019 में भी उन्हें पश्चिम बंगाल के हावड़ा लोकसभा सीट से टिकट मिलने वाला था लेकिन ऐन वक्त में बीजेपी ने उनका पत्ता काट दिया। हालांकि, पवन सिंह के इस खुलासे के बाद देखना होगा कि बीजेपी की ओर से क्या प्रतिक्रिया सामने आती है।