“इश्क और जंग में सब जायज है…” यह कहावत तब खतरनाक रूप ले लेती है जब प्यार किसी की जान का सौदा बन जाए। भारत में बीते कुछ वर्षों से एक चिंताजनक ट्रेंड सामने आ रहा है – जहां पत्नियां अपने प्रेम संबंधों के चलते अपने पतियों की हत्या करने तक पहुंच गईं। ये हत्याएं न केवल दर्दनाक हैं, बल्कि समाज के उस अंधेरे कोने को भी उजागर करती हैं, जहां प्रेम, धोखा और हिंसा की त्रिकोणीय कहानी लिखी जाती है।
📊 राष्ट्रीय आंकड़े: 5 साल में 785 पति मारे गए
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) और स्वतंत्र रिपोर्टों के अनुसार:
- 785 पति बीते 5 वर्षों में मारे गए
- हत्याएं या तो पत्नियों ने की या उनके प्रेमियों के जरिए करवाई गईं
- प्रेम-संबंध भारत में तीसरा सबसे बड़ा हत्या का कारण बन चुका है
📍 राज्यवार आंकड़े: कौन-कहां कितना खौफनाक
राज्य | हत्याओं की संख्या (5 साल में) |
---|---|
उत्तर प्रदेश | 275 |
बिहार | 186 |
राजस्थान | 138 |
महाराष्ट्र | 100 |
मध्य प्रदेश | 87 |
इन आंकड़ों से साफ है कि उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा पतियों की हत्या ‘लव अफेयर’ के कारण हुई।
🧪 रिपोर्ट्स क्या कहती हैं?
- Lancet मेडिकल जर्नल के अनुसार, भारत में महिलाओं से जुड़ी 60% हत्याएं उनके पार्टनर द्वारा की जाती हैं।
- 2010–2014 में प्रेम-हत्या का अनुपात 7–8% था, जो 2015–2022 के दौरान बढ़कर 10–11% हो गया।
- हर साल करीब 275 पति अपनी ही पत्नी के हाथों मारे जा रहे हैं।
🔍 तीन बड़े केस जिन्होंने हिला दिया देश
1️⃣ इंदौर: राजा रघुवंशी हत्याकांड
- शादी के 9 दिन बाद हनीमून ट्रिप पर गया दंपती
- पत्नी सोनम रघुवंशी ने प्रेमी राज के साथ मिलकर पति की हत्या करवाई
- शव शिलांग में मिला, 3 आरोपी पकड़े गए
- मामला चर्चित “ऑपरेशन हनीमून” के नाम से सुर्खियों में आया
2️⃣ मेरठ: सौरभ राजपूत मर्डर केस
- पत्नी मुस्कान और उसके प्रेमी साहिल ने सौरभ की हत्या की
- शव के टुकड़े कर नीले ड्रम में सीमेंट से पैक किया गया
- बेटी ने पुलिस को इशारा देकर सच्चाई उजागर की
- मामला मानवता को झकझोर देने वाला बन गया
3️⃣ भिवानी: प्रवीण की हत्या
- पत्नी रवीना सोशल मीडिया पर एक्टिव, इंस्टा रील्स बनाती थी
- अफेयर चला सुरेश से, पति ने विरोध किया तो गला घोंटकर हत्या
- लाश को नहर में फेंका, पुलिस ने ट्रैक कर दोनों को पकड़ा
❓ क्या कहता है समाजशास्त्र?
- रिश्तों में ईमानदारी की कमी, सोशल मीडिया का प्रभाव और कम उम्र में विवाह इसके पीछे के संभावित कारण हैं।
- एक्सपर्ट्स मानते हैं कि भावनात्मक असंतुलन और गुप्त संबंधों की वजह से ऐसी घटनाएं बढ़ रही हैं।
🚨 क्या है इससे सबक?
- विवाह से पहले और बाद में खुला संवाद जरूरी
- रिश्तों में भरोसे की बहाली पर समाज को गंभीरता से काम करने की जरूरत
- अपराध रोकने के लिए मनोरोगी सहायता और परामर्श सेवाएं बढ़ाना जरूरी है
🔚 निष्कर्ष: प्यार का अंधा रास्ता, मौत की मंजिल
इन हत्याओं ने दिखा दिया है कि जब रिश्ते धोखे और लालच की बुनियाद पर टिके हों, तो वे सिर्फ बर्बादी लाते हैं। यह रिपोर्ट एक चेतावनी है—समाज, परिवार और सिस्टम को मिलकर काम करना होगा ताकि “इश्क” एक खूनी खेल में न बदल जाए।