रिपोर्टर: अशोक अग्रवाल, स्वदेश न्यूज़ ब्यूरो, मंडला
मंडला, मध्यप्रदेश – आदिवासी बाहुल्य मंडला जिले में भ्रष्टाचार को लेकर एक बड़ा मामला सामने आया है। जिले की ग्राम पंचायत सुडगांव में करीब 17 लाख 51 हजार 666 रुपये 56 पैसे के गबन की पुष्टि के बावजूद अब तक दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
सरपंच और सचिव पर गंभीर आरोप:
पंचायत के सरपंच और सचिव पर पंचायत की विकास योजनाओं में फर्जी बिल लगाकर भारी भ्रष्टाचार करने के आरोप लगे हैं। पंचों और ग्रामीणों ने पहले जनपद सीईओ, फिर जिला कलेक्टर तक शिकायतें पहुंचाई।
जांच में गबन की पुष्टि:
कलेक्टर के निर्देश पर 30 सितंबर 2024 को जनपद पंचायत मोहगांव द्वारा चार सदस्यीय जांच टीम गठित की गई। टीम में एसडीओ, उपयंत्री, खंड पंचायत अधिकारी और पंचायत समन्वयक शामिल थे। जांच में यह स्पष्ट हुआ कि नियमों को ताक पर रखकर शासकीय राशि का दुरुपयोग किया गया।
M.P. पंचायत अधिनियम की धारा 52 के तहत वसूली योग्य:
जांच रिपोर्ट के अनुसार, मध्यप्रदेश पंचायत एवं ग्राम स्वराज्य अधिनियम 1983 की धारा 52 के तहत सरपंच और सचिव से वसूली की संस्तुति की गई है, परंतु 10 माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
स्वदेश न्यूज़ के पास जांच रिपोर्ट की कॉपी मौजूद:
हमारे पास मौजूद जांच रिपोर्ट में सभी तथ्य साफ़-साफ़ दर्ज हैं। फिर भी नवागत जनपद सीईओ ने यह कहकर पल्ला झाड़ लिया कि उन्होंने हाल ही में पदभार संभाला है और इस पर सोमवार को ही कोई टिप्पणी कर सकेंगे।
ग्रामीणों का आक्रोश और आंदोलन की चेतावनी:
कार्रवाई न होने से ग्रामीणों और पंचों में भारी आक्रोश है। उनका कहना है कि यदि जल्द कार्यवाही नहीं हुई तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।