पाकिस्तान में आतंकवाद एक बार फिर बेखौफ नजर आया है। सोमवार को दक्षिण-पूर्वी सिंध प्रांत के शिकारपुर इलाके में आतंकियों ने जाफर एक्सप्रेस ट्रेन को निशाना बनाया। धमाके की वजह से क्वेटा जा रही ट्रेन के तीन डिब्बे पटरी से उतर गए। इस हमले में अब तक एक व्यक्ति के घायल होने की पुष्टि हुई है।
कैसे हुआ धमाका?
पाकिस्तान रेलवे अधिकारियों के मुताबिक:
- धमाका जाफर एक्सप्रेस के शिकारपुर से गुजरने के दौरान हुआ।
- ट्रेन पेशावर से क्वेटा जा रही थी।
- धमाके के बाद ट्रेन का परिचालन रोक दिया गया और बचाव दल को तुरंत मौके पर भेजा गया।
- भारी बारिश के चलते पटरियों की मरम्मत में कई घंटे लग सकते हैं।
सुक्कुर रेलवे मंडल अधीक्षक जमशेद आलम ने बताया कि यात्रियों को डिब्बों के पटरी से उतरने के बाद गंभीर कठिनाइयों का सामना करना पड़ा।
यात्रियों की परेशानी और प्रशासन की कार्रवाई
विस्फोट के बाद:
- यात्रियों को ट्रेन में फंसे रहने की वजह से भारी मुश्किलें झेलनी पड़ीं।
- सिंध प्रशासन ने इस घटना की जांच के आदेश जारी किए हैं।
- राहत और मरम्मत कार्य तेजी से जारी है।
पहले भी निशाना बन चुकी है जाफर एक्सप्रेस
यह पहली बार नहीं है जब जाफर एक्सप्रेस को आतंकियों ने निशाना बनाया।
- जून 2025: जैकबाबाद के पास पटरी पर विस्फोट से इसके चार डिब्बे पटरी से उतर गए थे।
- 11 मार्च 2025: आतंकियों ने ट्रेन को हाईजैक कर 400 से ज्यादा यात्रियों को बंधक बना लिया था और इंजन पर गोलीबारी की थी।
- इस वारदात की जिम्मेदारी पहले प्रतिबंधित बलूच रिपब्लिकन गार्ड्स ने ली थी।
यह घटना एक बार फिर साबित करती है कि आतंकवाद ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था को गहरी चुनौती दी है। बार-बार ट्रेनें निशाना बनने से यात्रियों की सुरक्षा पर गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं। प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों के सामने यह बड़ी परीक्षा है कि भविष्य में ऐसे हमलों को कैसे रोका जाए।