Reporter: Chandrakant Pargir, Edit By: Mohit Jain
कोरिया जिले के देवगढ़ वन क्षेत्र में एक रहस्यमयी भूमिगत गैस रिसाव की घटना सामने आई है, जिसके बाद प्रशासन ने तुरंत सतर्कता बरती है। यह घटना प.स. वृत्त कैलाशपुर के ओदारी कक्ष क्रमांक पी-405 की वनभूमि में हुई, जहां ग्रामीणों ने 1×1 मीटर का गड्ढा खोदा और उसमें जमा पानी से गैस के बुलबुले और “फुफकार” जैसी आवाजें निकलने लगीं। इस दृश्य को देखकर ग्रामीणों में भय और आश्चर्य दोनों की स्थिति बनी हुई है।
ग्रामीणों का उत्सुकता और भय

मौके पर पहुंचे वन परिक्षेत्राधिकारी देवगढ़ ने स्थिति का निरीक्षण किया और आवश्यक सुरक्षा उपाय किए हैं। वन विभाग ने गैस रिसाव वाले क्षेत्र को रस्सी से घेरकर सुरक्षा घेरे में ले लिया है, और स्थानीय कर्मचारियों की ड्यूटी भी सुरक्षा के लिए लगाई गई है। ग्रामीणों को मौके से दूर रहने की सलाह दी गई है, ताकि कोई अप्रिय घटना न घटे।
कुछ ग्रामीण इसे रहस्यमय घटना मानते हुए इसे प्राकृतिक गैस के उबाल से जोड़ रहे हैं, जबकि कुछ अन्य इसे एक वैज्ञानिक घटना मानने की ओर inclined हैं। इस बीच, विभागीय अधिकारी इसे वैज्ञानिक दृष्टि से जांचने के लिए उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट भेज चुके हैं।
15 साल पहले मीथेन गैस का हुआ था सर्वे
गौरतलब है कि लगभग 15 वर्ष पहले सोनहत क्षेत्र में भी मीथेन गैस की उपस्थिति को लेकर एक सर्वेक्षण किया गया था, लेकिन बाद में वह मामला ठंडे बस्ते में चला गया था। अब एक बार फिर से भूमिगत गैस के रिसाव की घटना ने भूगर्भीय गतिविधियों और ऊर्जा संभावनाओं पर नए सिरे से चर्चा को जन्म दे दिया है।
सुरक्षा और आगे की जांच
वन विभाग और स्थानीय प्रशासन स्थिति पर लगातार निगरानी रखे हुए हैं और सुरक्षा उपायों को कड़ा किया गया है। अब देखना यह है कि यह घटना किस प्रकार के भूगर्भीय बदलाव और ऊर्जा संभावनाओं को उजागर करती है, और क्या इस क्षेत्र में भविष्य में कोई अन्य घटनाएँ सामने आती हैं।
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