BY: Yoganand Shrivastava
उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां एक मां और उसका चार साल का बेटा ट्रेन की चपेट में आकर अपनी जान गंवा बैठे। हादसे के बाद पूरे इलाके में शोक और सन्नाटा फैल गया है। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों को पोस्टमार्टम के लिए भिजवा दिया है और मामले की छानबीन कर रही है।
कैसे हुआ हादसा?
यह घटना बहराइच-गोंडा रेल सेक्शन पर घटित हुई। मृतक महिला की पहचान 25 वर्षीय रोशनी और उसके बेटे दिव्यांश (4 वर्ष) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, रोशनी अपने बेटे के साथ बाजार से लौट रही थी। उसी दौरान रेलवे ट्रैक के पास एक ट्रेन आती दिखाई दी। ट्रेन देखकर दिव्यांश उत्साहित होकर उसकी ओर दौड़ पड़ा।
रोशनी ने बेटे का हाथ पकड़ रखा था, लेकिन वह अचानक हाथ छुड़ाकर ट्रैक की ओर भाग गया। अपने बच्चे को बचाने के लिए मां भी उसके पीछे दौड़ी। तभी सामने से एक और ट्रेन आ गई और दोनों उसकी चपेट में आकर मौके पर ही दम तोड़ बैठे।
रेलवे लाइन बना जानलेवा रास्ता
घटना के तुरंत बाद पुलिस टीम मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। स्थानीय लोगों ने हादसे पर गहरा दुख और आक्रोश जताया है। उनका कहना है कि रेलवे लाइन के दूसरी ओर करीब 30 से 35 हजार लोग रहते हैं, जिन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए लाइन पार करनी पड़ती है।
यह इलाका सुरक्षित पारमार्ग या अंडरपास से वंचित है, जिससे स्थानीय लोग रोज़ाना जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पिछले कई वर्षों से अंडरपास की मांग की जा रही है, लेकिन अब तक प्रशासन द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
क्या कहती है पुलिस?
पुलिस क्षेत्राधिकारी पहुप सिंह ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया यह एक दुर्घटनावश हुई मौत है। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है और संबंधित विभागों को भी सूचित किया गया है।