26 अप्रैल 2025 को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग में एक कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एसपी) के प्रमुख शरद पवार ने पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर केंद्र सरकार को एक गंभीर चेतावनी दी। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के खिलाफ कोई भी जवाबी कार्रवाई सोच-समझकर करनी चाहिए, क्योंकि “पाकिस्तान चुप नहीं बैठेगा।”
क्या है पूरा मामला?
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों की जान चली गई। इस हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए, जैसे:
- सिंधु जल संधि (Indus Waters Treaty) को निलंबित करना
- राजनयिक संबंधों में कटौती करना
- पाकिस्तानियों के सभी वीजा रद्द करना
- वाघा-अटारी बॉर्डर को बंद करना
- भारतीय दूतावास के कर्मचारियों की संख्या घटाना
भारत के इन कड़े कदमों के जवाब में पाकिस्तान ने भी:
- भारत के साथ सभी व्यापारिक संबंध खत्म कर दिए
- भारतीय विमानों के लिए अपना एयरस्पेस बंद कर दिया
- शिमला समझौते को निलंबित करने की धमकी दी
शरद पवार की चेतावनी क्यों मायने रखती है?
शरद पवार ने कहा, “आज हम कोई भी बड़ा फैसला ले सकते हैं, लेकिन हमें याद रखना चाहिए कि पाकिस्तान भी जवाब देगा।” उन्होंने यह भी चिंता जताई कि पाकिस्तानी एयरस्पेस बंद होने से अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रा महंगी हो जाएगी।
असल में, यूरोप और पश्चिमी देशों के लिए ज्यादातर उड़ानें पाकिस्तान के ऊपर से होकर जाती हैं। अगर यह रास्ता बंद रहता है, तो:
- उड़ान का समय बढ़ेगा
- ईंधन की खपत बढ़ेगी
- टिकट के दाम भी काफी बढ़ सकते हैं
याद दिला दें, 2019 में पुलवामा हमले के बाद पाकिस्तान ने लगभग चार महीने तक अपना एयरस्पेस बंद रखा था, जिससे भारतीय एयरलाइनों को करीब 700 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ था।
आतंकवाद खत्म होने के दावों पर सवाल
पवार ने सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि “जब सरकार कहती है कि कश्मीर में आतंकवाद खत्म हो गया है, तो इस तरह की घटनाएं सुरक्षा में बड़ी चूक को उजागर करती हैं।”
निष्कर्ष
पहलगाम हमला एक दिल दहला देने वाली घटना है जिसने भारत-पाक संबंधों को एक बार फिर तनावपूर्ण मोड़ पर ला दिया है। शरद पवार की चेतावनी हमें यह याद दिलाती है कि भावनाओं में बहकर उठाए गए कदम भविष्य में और भी बड़ी चुनौतियां खड़ी कर सकते हैं। ऐसे में सोच-समझकर, रणनीतिक तरीके से ही कोई भी निर्णय लेना चाहिए।





