BY:VIJAY NANDAN
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक महत्वपूर्ण मुलाकात की। इस बैठक में सुरक्षा और रणनीतिक मामलों पर गहन चर्चा हुई। रक्षा सचिव के अलावा, वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह और नौसेना प्रमुख एडमिरल दिनेश के त्रिपाठी ने भी प्रधानमंत्री से मुलाकात की थी, जिनसे उन्होंने विभिन्न सुरक्षा मामलों पर विचार-विमर्श किया।
बैठक का उद्देश्य और विचार-विमर्श
यह बैठक रक्षा मामलों की गंभीर स्थिति को ध्यान में रखते हुए आयोजित की गई थी। पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से जुड़े आतंकवादी नेटवर्क द्वारा बढ़ाए गए खतरे को देखते हुए, प्रधानमंत्री ने सुरक्षा मामलों पर विशेष ध्यान दिया। इस दौरान राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल भी बैठक में उपस्थित थे, जिन्होंने सुरक्षा रणनीतियों और पाकिस्तान से बढ़ते तनाव के मद्देनजर भारत की तैयारियों के बारे में जानकारी दी।

रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह ने प्रधानमंत्री को जम्मू-कश्मीर और अन्य संवेदनशील क्षेत्रों में सुरक्षा हालात की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने भारतीय सेना, वायुसेना और नौसेना की तैयारियों और त्वरित प्रतिक्रिया योजनाओं पर भी विस्तृत जानकारी साझा की। इस मुलाकात के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि सरकार द्वारा पाकिस्तान से जुड़ी किसी भी संभावित सुरक्षा खतरे से निपटने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे।
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बीच यह मुलाकात
भारत ने आतंकवादियों और उनके संरक्षकों के खिलाफ ठोस कदम उठाने के संकेत दिए हैं। विशेष रूप से, पाकिस्तान पर आरोप लगाया गया है कि उसने अपनी सीमा में स्थित आतंकी संगठनों को भारतीय क्षेत्र में हमला करने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आतंकवादियों को दंडित करने की अपनी संकल्प शक्ति को फिर से व्यक्त किया है और सरकार ने पाकिस्तान को कड़ा संदेश देने के लिए रणनीतिक कदम उठाने की योजना बनाई है।
निवारक कदम और भविष्य की रणनीतियाँ
रक्षा सचिव और पीएम मोदी के बीच हुई इस बैठक में सुरक्षा के साथ-साथ भविष्य की रणनीतियों पर भी चर्चा की गई। उम्मीद है कि सरकार जल्द ही और कठोर सुरक्षा कदम उठा सकती है, जिसमें आतंकवादियों के खिलाफ सैन्य कार्रवाई और पाकिस्तान से जुड़े तत्वों पर कड़ी नज़र रखना शामिल होगा। इस प्रकार, रक्षा सचिव राजेश कुमार सिंह की पीएम मोदी से यह अहम मुलाकात बढ़ते सुरक्षा खतरे और पाकिस्तान से बढ़े तनाव के बीच महत्वपूर्ण मोड़ साबित हो सकती है।