BY: Yoganand Shrivastva
पटना,बिहार विधानसभा के मानसून सत्र के दूसरे दिन सियासी गरमाहट तेज हो गई। महागठबंधन के विधायकों ने मतदाता सूची पुनरीक्षण के मुद्दे पर विरोध जताते हुए काले कपड़े पहनकर विधानसभा परिसर में प्रदर्शन किया। इस दौरान स्थिति उस वक्त तनावपूर्ण हो गई जब विपक्षी विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष नंदकिशोर यादव को सदन में प्रवेश करने से रोकने की कोशिश की। सुरक्षा कर्मियों के प्रयास से वे किसी तरह अंदर जा सके, हालांकि इस दौरान वे गिरते-गिरते बचे।
काले कपड़ों में विरोध की रणनीति
महागठबंधन के विधायकों ने पहले से ही तय रणनीति के तहत काले कपड़े पहनकर विधानसभा में प्रवेश किया। वे पोर्टिको में हाथों में तख्तियां लिए नारेबाजी कर रहे थे। इस विरोध प्रदर्शन का मुख्य कारण मतदाता सूची के पुनरीक्षण को लेकर उठी आपत्तियां थीं, जिसे विपक्ष चुनावी प्रक्रिया में हस्तक्षेप और पक्षपातपूर्ण कदम बता रहा है।
वोटर लिस्ट पर सियासत तेज
राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया पर विवाद छिड़ा हुआ है। विपक्ष का आरोप है कि यह पूरी प्रक्रिया भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से हो रही है और इससे कई पात्र मतदाताओं के नाम सूची से हटाए जा सकते हैं। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पहले ही इस मुद्दे पर विरोध दर्ज करा चुके हैं और कहा था कि महागठबंधन के सभी विधायक इस मुद्दे पर विधानसभा में चर्चा की मांग करते हुए काला वस्त्र धारण करेंगे।
अंदर-बाहर दोनों जगह हंगामा
सदन के बाहर विरोध प्रदर्शन के साथ-साथ विधानसभा के भीतर भी विपक्ष ने जोरदार हंगामा किया। इससे सत्र की कार्यवाही बाधित हुई और स्पीकर को बीच सत्र में भी सुरक्षा घेरे में जाना पड़ा।
बिहार की राजनीति में विधानसभा सत्र के दौरान इस तरह का प्रदर्शन विपक्ष की बढ़ती असहमति और चुनावी रणनीतियों की ओर संकेत करता है। अब देखना होगा कि सरकार विपक्ष की इस मांग पर क्या रुख अपनाती है और क्या मतदाता सूची पर कोई पुनर्विचार होता है या नहीं।