एक देश एक चुनाव को लेकर लगातार चर्चा जारी थी। जिसके बाद आखिरकार मंगलवार को सदन में विधेयक पेश किया गया। पहले से उम्मीद जताई जा रही थी कि, विपक्ष इसका विरोध करेगा जो हुआ भी। विपक्ष के हंगामे को लेकर विधेयक पर वोटिंग कराई गई। वोटिंग के लिए सदन में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक मशीन का इस्तेमाल किया गया। मगर इस पर भी कुछ सांसदों ने आपत्ति जताई तो केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को बीच में बोलना पड़ा। अमित शाह से लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से कहा कि, अगर कुछ सदस्यों को मशीन से वोट डालने में परेशानी है तो उनकी पर्ची दे दी जाए।
मंगलवार को संविधान के 129वे संशोधन विधेयक, 2024 और उससे जुड़े ‘संघ राज्य क्षेत्र विधि (संशोधन) विधेयक, 2024’, जिसे एक देश एक चुनाव विधेयक भी कहा जा रहा है, लोकसभा में पेश किया गया। इस दौरान कई विपक्षी दलों ने इस विधेयक का विरोध किया। इस बिल पर चर्चा करने के लिए वोटिंग करने का सुझाव दिया गया।
विपक्ष ने जताई आपत्ति
वोटिंग को लेकर विपक्षी सांसदों की आपत्ति पर लोकसभा अध्यक्ष बिरला ने कहा कि, सदन में पहली बार इलेक्ट्रॉनिक मशीन से मतदान हो रहा है। इसमें कुछ समस्याएं भी आ सकती हैं। इसलिए सदस्यों को पूरी प्रक्रिया समझाई जाएगी। सेक्रेटरी जनरल इसकी जानकारी प्रदान करेंगे, साथ ही अगर गलती से गलत बटन दब जाता है तो अपने वोट को बदलने का भी मौका दिया जाएगा। इसके बाद लोकसभा सेक्रेटरी ने सदस्यों को वोटिंग प्रक्रिया से अवगत करवाया।
बिल को कितना समर्थन
नए संसद भवन में पहली बार किसी विधेयक पर मतदान हुआ। जब इलेक्ट्रॉनिक मशीन से मतदान हुआ तो 369 सांसदों ने मतदान किया। विधेयक के समर्थन में 220 और विपक्ष में 149 वोट पड़े। इसके बाद जब पर्ची से वोटिंग हुई तो विधेयक को पेश किए जाने के पक्ष में 269 वोट, जबकि विरोध में 198 वोट पड़े। मतदान के बाद सदन की कार्यवाही दोपहर 3 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई। इससे पहले लोकसभा में एक देश एक चुनाव विधेयक को केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने सदन के पटल पर रखा, सत्ता पक्ष और विपक्ष की तरफ से भी विधेयक को संयुक्त संसदीय समिति को भेजने की मांग की है।