इंदौर शहर और उसके आस पास जैसे बेटमा, देपालपुर आदि में दस दिवसीय गणेश उत्सव के समापन पर अनंत चतुर्थी के दिन परंपरागत झाकियों का कारवां निकला। अनंत चतुर्दशी पर निकलने वाली झिलमिलाती झाकियों को निहारने के लिए बड़ी संख्या में प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से भी लोग यहां पहुंचे। झाकियों का कारवां में इस वर्ष खजराना गणेश मंदिर, आईडीए, नगर निगम, होप टैक्स्टाइल, भंडारी मिल, कल्याण मिल, मालवा मिल, हुकुमचंद मिल, स्वदेशी मिल, राजकुमार मिल, स्पूतनिक ट्यूटोरियल एकेडमी, जय हरसिद्धी मां सेवा समिति, श्री शास्त्री कॉर्नर नवयुवक मंडल की झाकियां इंदौर शहर को रोशन करते हुए निकली। सभी झांकियां अपने अखाड़ों के साथ चल समारोह के रूप में यात्रा मार्ग होते हुए अपने-अपने स्थान पर पहुंचेंगी।
झांकियों का यह कारवां चिकमगलूर चौराहे से शुरू हुआ और जेल रोड, कृष्णपुरा ब्रिज, सीतला माता बाजार से होते हुए राजवाड़ा, नगर निगम से होकर पुनः अपने नियत स्थान पर पहुंचेगी जहां इन झाकियों को तीन दिनों तक आम जनता के देखने के लिए खड़ा रखा जाएगा। वहीं इस बार झाकियों के साथ अखाड़ों में बालिकाओं और युवतियों द्वारा तलवारबाजी और बनेठी घुमाने का प्रदर्शन भी देखने को मिला।
वहीं बेटमा में सागौर रोड आवास कॉलोनी गली नंबर दो स्थित बेटमा के राजा का चल समारोह, गुलाल यात्रा निकाली गई। गुलाल यात्रा का आयोजन विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल सहित छत्रपति शिवाजी महाराज ग्रुप ने किया था । यात्रा में गणेश पंडालों से गणेश जी की कई झांकियां शामिल हुई। यात्रा में सर्व हिंदू समाज सहित बड़ी संख्या में विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के युवा एवं महिलाएं ढोलक एवं तांसे कि थाप पर नृत्य करते हुए एक दूसरे पर गुलाल उड़ाते हुए चल रहे थे।