भारी बवाल और हंगामे के बीच ममता बनर्जी की सरकार ने आज यानी 3 सितंबर को पश्चिम बंगाल विधानसभा में महिलाओं से दुष्कर्म से जुड़ा एक बिल पेश किया। इस बिल में कई कठोर तरह की सजा का प्रावधान है। अगर कोई शख्स बहन और बेटियों पर बुरी नजर रखता है या उनके साथ कुछ गलत करता है तो जल्द से जल्द सजा देने का इस बिल में प्रावधान है।
बता दें कि पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में 8-9 अगस्त की रात आरजी कर मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में एक ट्रेनी महिला के साथ हुई बर्बरता ने पूरे देश को सन्न करके रख दिया था। तभी से कठोर कानून बनाए जाने की मांग की जा रही थी। देशभर के डॉक्टर इस घटना को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और केंद्र एवं राज्य सरकार से कठोर से कठोर कानून बनाए जाने की मांग कर रहे हैं। अब इसी को देखते हुए ममता सरकार ने आज विधानसभा में महिलाओं और बेटियों से जुड़े एक बिल पेश किया है। जिस पर विधानसभा में चर्चा हो रही है। सदन में चर्चा होने के बाद अगर बिल पास हो जाता है तो प्रदेश के राज्यपाल के पास जाएगा। वहीं राज्यपाल सीबी आनंद बोस इस पर हस्ताक्षर कर देते हैं तो ये पूरी तरह से कानून के रूप में आ जाएगा।
बिल में अपराधियों के लिए सख्त कानून
ममता बनर्जी की सरकार ने जो विधानसभा में बिल पेश किया है उसका नाम ‘अपराजिता महिला एवं बाल विधेयक’ है। इसमें पांच प्रावधान है।
- अपराजिता महिला और बाल विधेयक 2024 का उद्देश्य महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा को मजबूत करना है।
- रेप केस की जांच की 21 दिनों में पूरी करनी होगी। इसे 15 दिनों तक बढ़ाया जा सकता है।
- अगर रेप पीड़ित की मौत होती है या फिर वह कोमा में जाती है, तो दोषी को फांसी दी जाएगी।
- हर जिले में ‘अपराजिता टास्क फोर्स’ बनाई जाएगी। इसका नेतृत्व DSP लेवल के अधिकारी करेंगे।
- रेप-गैंगरेप के दोषियों को पैरोल के बिना उम्रकैद की सजा दी जाएगी।
ममता बनर्जी ने विधानसभा में महिला सुरक्षा पर बात की
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ‘अपराजिता महिला और बाल विधेयक 2024’ को लेकर विधानसभा में कहा, “43 साल पहले इसी दिन 1981 में, संयुक्त राष्ट्र ने महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के लिए ‘महिलाओं के खिलाफ सभी प्रकार के भेदभाव के उन्मूलन पर सम्मेलन’ के लिए एक समिति बनाई थी… मैं नागरिक समाजों से लेकर छात्रों तक सभी का अभिनंदन करती हूं, जो महिला सुरक्षा के लिए आवाज उठा रहे हैं।”
उन्होंने आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला के साथ हुई बर्बरता को लेकर आगे कहा, “डॉक्टर की मौत 9 अगस्त को हुई… मैंने मृतक डॉक्टर के माता-पिता से उसी दिन बात की जिस दिन घटना हुई, उनके घर जाने से पहले उन्हें सारा ऑडियो, वीडियो, CCTV फुटेज सब कुछ दिया गया ताकि उन्हें सब पता चल सके। मैंने उनसे साफ कहा कि मुझे रविवार तक का समय दें, अगर हम तब तक सभी को गिरफ्तार नहीं कर पाए तो मैं खुद सोमवार को इसे CBI को सौंप दूंगी… पुलिस ने 12 घंटे में मुख्य आरोपी को पकड़ लिया, मैंने पुलिस से कहा कि फास्ट ट्रैक कोर्ट में जाएं और फांसी की सजा के लिए आवेदन करें लेकिन मामला CBI को दे दिया गया। अब हम CBI से न्याय की मांग कर रहे हैं। हम शुरू से ही फांसी की सजा की मांग कर रहे हैं।”
पीएम मोदी को लेकर क्या बोलीं ममता बनर्जी?
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को लिखे गए पत्र का जिक्र कर कहा, “…मैंने प्रधानमंत्री को दो पत्र लिखे थे, लेकिन मुझे उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं मिला, बल्कि मुझे महिला एवं बाल विकास मंत्री की तरफ से जवाब मिला, लेकिन मैंने उनके जवाब का भी जवाब देकर प्रधानमंत्री को अवगत कराया। जब चुनाव से पहले जल्दबाजी में न्याय संहिता विधेयक पारित किया गया था, तब मैंने कहा था कि इसे जल्दबाजी में पारित नहीं किया जाना चाहिए, इसमें राज्यों से सलाह नहीं ली गई। मैंने कई बार इसका विरोध किया था कि इस बारे में राज्यों से कोई सलाह नहीं ली गई, इसे राज्यसभा, विपक्ष, सभी दलों से चर्चा करके पारित करें, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इसलिए आज हम यह (विधेयक) ला रहे हैं… आप याद रखें, जिस तरह से आपने मेरा अपमान किया है, हमने कभी उस तरह प्रधानमंत्री का अपमान नहीं किया है…”