नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी निधि तिवारी को अपनी निजी सचिव (Private Secretary) नियुक्त किया है। सरकार की ओर से जारी आदेश के अनुसार, यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है। निधि तिवारी इससे पहले भी प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में कार्यरत थीं और उन्हें प्रशासनिक तथा कूटनीतिक मामलों का व्यापक अनुभव है।
कौन हैं निधि तिवारी? (Nidhi Tiwari Profile)
निधि तिवारी भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी हैं और वे लंबे समय से भारत सरकार के विभिन्न महत्वपूर्ण विभागों में कार्यरत रही हैं। नवंबर 2022 से वे प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में डिप्टी सेक्रेटरी के पद पर कार्यरत थीं। इससे पहले वे विदेश मंत्रालय में निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों के प्रभाग (Disarmament and International Security Affairs Division) में अंडर सेक्रेटरी के रूप में सेवाएं दे चुकी हैं।

उनकी नियुक्ति का निर्णय कैबिनेट की नियुक्ति समिति (Appointments Committee of the Cabinet – ACC) द्वारा लिया गया। कार्मिक और प्रशिक्षण विभाग (Department of Personnel and Training – DoPT) ने 29 मार्च 2025 को आधिकारिक ज्ञापन जारी कर इसकी पुष्टि की।
प्रधानमंत्री के निजी सचिव की भूमिका क्या होती है?
प्रधानमंत्री के निजी सचिव की भूमिका सरकार और प्रशासन के कामकाज में काफी महत्वपूर्ण होती है। यह व्यक्ति प्रधानमंत्री और विभिन्न मंत्रालयों के बीच समन्वय स्थापित करने का काम करता है। प्रधानमंत्री की आधिकारिक बैठकों, विदेशी दौरों, और नीतिगत फैसलों में निजी सचिव का अहम योगदान होता है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) एक संवेदनशील और उच्च स्तरीय प्रशासनिक केंद्र है, जहां से सरकार के सबसे महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाते हैं। ऐसे में किसी भी अधिकारी को निजी सचिव के रूप में नियुक्त करने से पहले उसकी क्षमताओं, अनुभव और दक्षता का मूल्यांकन किया जाता है। निधि तिवारी की नियुक्ति इस बात का प्रमाण है कि वे इस पद के लिए पूरी तरह योग्य और सक्षम हैं।
कैसे हुई निधि तिवारी की नियुक्ति?
निधि तिवारी की नियुक्ति कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) द्वारा स्वीकृत की गई। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में उनके कार्य अनुभव को देखते हुए सरकार ने उन्हें यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है।
निधि तिवारी की नियुक्ति को लेकर जारी सरकारी आदेश के प्रमुख बिंदु:
- निधि तिवारी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का निजी सचिव (Private Secretary to PM) नियुक्त किया गया।
- यह नियुक्ति तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।
- निधि तिवारी पहले से PMO में डिप्टी सेक्रेटरी के रूप में कार्यरत थीं।
- इस निर्णय को कैबिनेट की नियुक्ति समिति (ACC) ने स्वीकृति दी है।
- कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग (DoPT) ने 29 मार्च 2025 को नियुक्ति संबंधी ज्ञापन जारी किया।
IFS अधिकारी होने के कारण निधि तिवारी को क्या लाभ मिलेगा?
चूंकि निधि तिवारी भारतीय विदेश सेवा (IFS) की अधिकारी हैं, इसलिए उन्हें अंतरराष्ट्रीय मामलों और कूटनीति में गहरा अनुभव है। इससे उन्हें प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों, द्विपक्षीय बैठकों और विदेश नीति से जुड़े मामलों को सुचारू रूप से संभालने में सहायता मिलेगी।
निधि तिवारी के पास जो विशेष योग्यताएं हैं, वे इस प्रकार हैं:
✔ अंतरराष्ट्रीय संबंधों की गहरी समझ: विदेश मंत्रालय में कार्यरत रहते हुए वे विभिन्न वैश्विक मुद्दों से परिचित हुईं।
✔ रणनीतिक मामलों में अनुभव: निरस्त्रीकरण और अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मामलों पर कार्य कर चुकी हैं।
✔ नीतिगत मामलों में योगदान: प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में पहले भी प्रशासनिक भूमिका निभाई है।
✔ मजबूत प्रशासनिक कौशल: सरकारी नीति निर्माण और कार्यान्वयन में अहम भूमिका रही है।
सोशल मीडिया पर क्या है लोगों की प्रतिक्रिया?
निधि तिवारी की नियुक्ति को लेकर सोशल मीडिया पर भी मिश्रित प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। कई लोग इस नियुक्ति को एक महिला अधिकारी की बड़ी उपलब्धि के रूप में देख रहे हैं, जबकि कुछ लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं।
ट्विटर पर कुछ प्रमुख प्रतिक्रियाएं:
📌 “IFS अधिकारी निधि तिवारी की नियुक्ति प्रधानमंत्री के प्रशासनिक टीम को और मजबूत बनाएगी। उन्हें बहुत शुभकामनाएं!”
📌 “एक और महिला अधिकारी को ऊंचे पद पर देखना गर्व की बात है। उम्मीद है कि वे बेहतरीन कार्य करेंगी।”
📌 “PMO में पहले से अनुभवी अधिकारियों को ज्यादा प्राथमिकता दी जानी चाहिए थी।”
निधि तिवारी की नियुक्ति से क्या होगा असर?
- प्रधानमंत्री के प्रशासनिक कार्यों में तेजी आएगी क्योंकि निधि तिवारी पहले से PMO में कार्यरत थीं और उन्हें वहां के कामकाज की गहरी समझ है।
- भारत की विदेश नीति को मजबूती मिलेगी क्योंकि निधि तिवारी को अंतरराष्ट्रीय मामलों और कूटनीति का अच्छा अनुभव है।
- महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिलेगा, क्योंकि इस उच्च पद पर एक महिला अधिकारी की नियुक्ति एक सकारात्मक संदेश देती है।
निष्कर्ष
निधि तिवारी की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निजी सचिव के रूप में नियुक्ति, उनके प्रशासनिक और कूटनीतिक अनुभव को दर्शाती है। PMO में उनकी भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी क्योंकि वे प्रधानमंत्री की दैनिक गतिविधियों, नीतिगत फैसलों, प्रशासनिक कार्यों और अंतरराष्ट्रीय मामलों में सहायता करेंगी।
उनकी यह नियुक्ति न केवल उनके करियर में एक बड़ा कदम है, बल्कि महिला अधिकारियों के लिए भी एक प्रेरणादायक उदाहरण साबित होगी। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रशासन में किस प्रकार योगदान देती हैं।