BY: Yoganand Shrivastva
हरिद्वार: आगामी कांवड़ यात्रा, जो इस वर्ष 11 जुलाई से आरंभ हो रही है, को लेकर केंद्र और विभिन्न राज्यों की सरकारों ने तैयारी तेज कर दी है। अंतरराज्यीय समन्वय समिति की शुक्रवार को हुई अहम बैठक में यात्रा को सुरक्षित, व्यवस्थित और सौहार्दपूर्ण ढंग से संचालित करने के लिए नई दिशा-निर्देश (गाइडलाइंस) जारी की गई हैं।
प्रमुख निर्णय और दिशा-निर्देश:
🔹 कांवड़ की ऊंचाई सीमित
- कांवड़ की अधिकतम ऊंचाई 10 फीट निर्धारित की गई है।
- इस नियम का सख्ती से पालन कराया जाएगा।
🔹 हुड़दंग पर कार्रवाई
- यात्रा के दौरान शांति बनाए रखने और अराजकता फैलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं।
🔹 यात्रा मार्गों पर निर्देश प्रदर्शित
- यात्रियों के लिए ‘क्या करें और क्या न करें’ संबंधी जानकारी यात्रा मार्गों पर अनिवार्य रूप से प्रदर्शित की जाएगी।
छह राज्यों ने लिया हिस्सा
हरिद्वार में उत्तराखंड के मुख्य सचिव आनंद वर्धन की अध्यक्षता में हुई बैठक में उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और राजस्थान के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे। इसमें यात्रा के संचालन, सुरक्षा, भीड़ प्रबंधन और रियल टाइम समन्वय पर विस्तृत चर्चा की गई।
🔸 रियल टाइम सूचना आदान-प्रदान
- सभी राज्य आपस में रियल टाइम सूचनाएं साझा करेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति से तुरंत निपटा जा सके।
🔸 यातायात और वैकल्पिक मार्गों की योजना
- दिल्ली-हरिद्वार NH-58 पर यातायात नियंत्रण, डाक कांवड़ की भीड़, पार्किंग और वैकल्पिक मार्गों को लेकर रणनीति तय की गई।
ढाबों और होटलों के लिए नए नियम
- ढाबों पर रेट लिस्ट लगाना अनिवार्य किया गया है, जिससे यात्रियों से अनावश्यक वसूली रोकी जा सके।
- होटलों और रेस्टोरेंट्स को सुरक्षा मानकों का पालन करना होगा।
- तेज म्यूजिक सिस्टम वाहन के बाहर बजाना प्रतिबंधित रहेगा, और इसके लिए संचालकों को पहले से सूचित किया जाएगा।
- शराब और मांस पर रोक को लेकर पूर्व की SOP का पालन सख्ती से कराया जाएगा।
पुलिस और प्रशासन की भूमिका
उत्तराखंड के डीजीपी दीपम सेठ ने स्पष्ट किया कि सभी राज्यों की पुलिस और एजेंसियां एक-दूसरे के साथ समन्वय में कार्य करेंगी।
हरिद्वार की पार्किंग व्यवस्था, डाक कांवड़ मार्ग, और भीड़ नियंत्रण के उपायों पर लगातार समीक्षा की जाएगी।