नेपाल में राजनीतिक अस्थिरता और हिंसा के बीच हालात बिगड़ते जा रहे हैं। नेपाल की 18 जिलों की जेलों से करीब 6,000 कैदी फरार हो चुके हैं। इसी बीच नेपाल से भागे पांच कैदियों ने भारत में प्रवेश करने की कोशिश की, लेकिन सशस्त्र सीमा बल (SSB) ने उन्हें पकड़ लिया।
कैदियों ने कहा – “हम नेपाल नहीं लौटेंगे”
गिरफ्तार किए गए कैदियों ने अपने बयान में कहा कि नेपाल में हालात बेहद खराब हैं। उनका कहना है कि वहां लोगों को मार दिया जा रहा है और वे भारतीय जेल में रहना चाहते हैं। ये कैदी नेपाल लौटने के लिए तैयार नहीं हैं और भारत में सुरक्षित रहना चाहते हैं।
SSB की कार्रवाई और आगे की प्रक्रिया
- पांचों कैदियों को सिद्धार्थनगर इलाके में भारत-नेपाल सीमा पर गिरफ्तार किया गया।
- गिरफ्तारी के बाद उन्हें आगे की जांच के लिए स्थानीय पुलिस को सौंप दिया गया।
- ANI के सूत्रों के अनुसार, यह गिरफ्तारी नेपाल से भारत में अवैध प्रवेश रोकने के लिए सुरक्षा बलों की सतर्कता का नतीजा है।
नेपाल में हिंसा और अशांति का हाल
नेपाल में सरकार द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध लगाने के बाद प्रदर्शन शुरू हुए।
- प्रदर्शन मुख्यतः युवा वर्ग द्वारा किए गए।
- सुरक्षाबलों और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़पों में 20 से अधिक लोग मारे गए।
- काठमांडू समेत कई जिलों में प्रदर्शन और आगजनी की घटनाएं हुई।
- पीएम ओली के इस्तीफे के बाद भी हिंसा जारी रही।
इन घटनाओं के बाद नेपाल की सेना ने कमान अपने हाथ में ले ली और पूरे देश में कर्फ्यू लगा दिया गया। सेना का कहना है कि वे प्रदर्शनकारियों से संवाद करके स्थिति को नियंत्रित करने की कोशिश कर रहे हैं।
नेपाल की जेलों से कैदियों के भागने और भारत में अवैध प्रवेश की कोशिश ने सीमा सुरक्षा की गंभीरता को दिखाया है। SSB की सतर्कता ने बड़े हादसे को टाल दिया। नेपाल की वर्तमान राजनीतिक और सामाजिक स्थिति के कारण सीमा पर निगरानी और बढ़ा दी गई है।





