BY: Yoganand Shrivstva
गोंडा जिले के पंतनगर मोहल्ला निवासी नवनीत मिश्रा ने संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) की 2024 की परीक्षा में 436वीं रैंक हासिल कर जिले का गौरव बढ़ाया है। उनकी इस उपलब्धि पर परिवार और क्षेत्रवासियों में खुशी की लहर है। परिजनों ने एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर इस ऐतिहासिक पल का जश्न मनाया।
नवनीत इस समय इंडियन कॉरपोरेट लॉ सर्विस (ICLS) में चयनित होकर ट्रेनिंग पर हैं। उन्होंने यह सफलता अपने पांचवें प्रयास में हासिल की है। नवनीत की शिक्षा की शुरुआत गोंडा के सिटी मॉन्टेसरी स्कूल से हुई थी, जहां से उन्होंने हाईस्कूल और इंटरमीडिएट की पढ़ाई पूरी की। इसके बाद उन्होंने IIT मुंबई से बीटेक किया और फिर एक साल तक बायोफार्मा कंपनी में नौकरी की।
नकल मंडी से प्रतिभा के केंद्र तक: नवनीत की प्रेरणादायक कहानी
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोंडा को ‘नकल की मंडी’ कहकर संबोधित किया था। उस वक्त यह टिप्पणी चर्चा का विषय बनी थी, लेकिन उसी पल से जिले के युवाओं ने ठान लिया कि वे गोंडा की पहचान को बदलकर दिखाएंगे। नवनीत मिश्रा की यह सफलता इसी संकल्प की मिसाल बनकर सामने आई है।
नवनीत के बड़े भाई अश्वनी मिश्रा ने बताया कि नवनीत चार भाइयों में सबसे छोटे हैं और 2020 से दिल्ली में रहकर सिविल सेवा की तैयारी कर रहे थे। परिवार में शिक्षा का माहौल पहले से ही रहा है—सबसे बड़े भाई रामानुज मिश्रा अलीगढ़ के जवाहर नवोदय विद्यालय में शिक्षक हैं, अश्वनी मिश्रा स्वयं पीसीएस की तैयारी कर रहे हैं और तीसरे भाई आलोक मिश्रा बहराइच के नानपारा क्षेत्र में प्राथमिक विद्यालय में सहायक अध्यापक के रूप में कार्यरत हैं।
पिता नागेंद्र प्रसाद मिश्रा बैंक से सेवानिवृत्त हैं, जबकि मां भागवती मिश्रा एक गृहिणी हैं। नवनीत का पैतृक गांव करनैलगंज तहसील के मुंडेरवा गांव में स्थित है, जहां से वे आगे की शिक्षा के लिए गोंडा स्थानांतरित हुए।