रिपोर्टर – रवि सेन
बंडा विधानसभा क्षेत्र में अवैध वन कटाई पर रोक लगाने के लिए वन विभाग की टीम लगातार सक्रिय है। इसी क्रम में ग्राम निहानी के जंगल में वन परीक्षित अधिकारी विकास सेठ के नेतृत्व में बड़ी कार्रवाई करते हुए 67 नग खैर लकड़ी जब्त की गई।
मुखबिर की सूचना पर हुई कार्रवाई
वन अधिकारी को सूचना मिली थी कि निजी भूमि पर बड़ी मात्रा में खैर के पेड़ काटे गए हैं। सूचना के आधार पर जब टीम मौके पर पहुंची, तो निहानी बीट क्षेत्र में भारी मात्रा में कटे हुए पेड़ पाए गए। जांच में पता चला कि यह भूमि भरत यादव की थी, जो इस अवैध कटाई में शामिल पाया गया।
कार्रवाई के दौरान वन आरक्षक से अभद्रता
कार्रवाई के दौरान जब वन विभाग की टीम ने लकड़ियों को जब्त करने की प्रक्रिया शुरू की, तो भरत यादव और उसके साथियों ने वन विभाग के कर्मचारियों के साथ अभद्रता की। इस दौरान महिला वन आरक्षक ज्योति निगम के साथ भी दुर्व्यवहार किए जाने की सूचना मिली है।
वन अधिकारी ने बुलाया पुलिस बल
स्थिति बिगड़ती देख वन अधिकारी विकास सेठ ने तत्काल पुलिस बल को बुलाया। पुलिस की सहायता से संपूर्ण वनोपज को ट्रैक्टरों के माध्यम से शासकीय अभिरक्षा में पहुंचाया गया।
आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज
वन विभाग ने भरत यादव और उसके साथियों के खिलाफ वन अधिनियम की धाराओं के तहत कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है। वन अधिकारी का कहना है कि अवैध कटाई रोकने के लिए विभाग पूरी तरह सतर्क है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
अधिकारियों की बाइट
विकास सेठ (वन परीक्षित अधिकारी, बंडा): “हमने मुखबिर की सूचना पर निहानी के जंगल में कार्रवाई की और 67 नग खैर लकड़ी जब्त की। आरोपियों ने हमारे स्टाफ के साथ दुर्व्यवहार किया, जिस पर पुलिस बल बुलाकर स्थिति नियंत्रित की गई।”
ज्योति निगम (वन आरक्षक): “कार्रवाई के दौरान हमारे साथ अभद्रता की गई, लेकिन हमने कानून के दायरे में रहकर कार्यवाही की। अवैध कटाई को रोकने के लिए हम प्रतिबद्ध हैं।”
वन विभाग की सख्ती से घबराए माफिया
इस कार्रवाई के बाद वन विभाग का सख्त संदेश गया है कि अवैध कटाई करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी। स्थानीय लोगों को भी जंगलों की सुरक्षा में सहयोग करने की अपील की गई है।