बड़वाह — खंडवा संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत बड़वाह विकासखंड में खेल प्रेमियों के लिए इस समय उत्सव का माहौल बना हुआ है। सांसद खेल महोत्सव 2025 की प्रतियोगिताएँ पूरे जोश के साथ जारी हैं। विधानसभा और लोकसभा स्तर पर पहली बार इतने बड़े पैमाने पर खेल आयोजन हो रहा है, जो दिसंबर के अंतिम सप्ताह तक चलेगा। खेल, फिटनेस और मनोरंजन का अनोखा समागम इस महोत्सव को खास बना रहा है। इसके माध्यम से युवाओं को अपनी प्रतिभा दिखाने के अवसर मिल रहे हैं और फिट इंडिया अभियान को भी नई दिशा मिल रही है।
गुरुवार को पात्र गुरुकुल इंटरनेशनल स्कूल में सांसद खेल महोत्सव के तहत कबड्डी और खो-खो की रोमांचक स्पर्धाएँ आयोजित की गईं, जिनमें विद्यार्थियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। कार्यक्रम की शुरुआत लोकसभा कॉर्डिनेटर जितेंद्र सुराणा, विधानसभा कॉर्डिनेटर श्याम माहेश्वरी, वरिष्ठ भाजपा नेता लादू राम साहू, अशोक तिवारी, रवि एरन और अनोकचंद मंडलोई द्वारा फीता काटकर की गई। अतिथियों ने खिलाड़ियों से मिलकर उनका उत्साह बढ़ाया।
सबसे पहले कबड्डी मुकाबला हुआ, जिसमें छात्रों ने शानदार खेल कौशल का प्रदर्शन किया। इसके बाद छात्रों और छात्राओं के बीच खो-खो सहित अन्य प्रतियोगिताएँ भी संपन्न हुईं। लोकसभा कॉर्डिनेटर जितेंद्र सुराणा ने कहा कि सांसद खेल महोत्सव का उद्देश्य गांव-गांव तक खेल संस्कृति को मजबूत बनाना और स्थानीय व पारंपरिक खेलों को बढ़ावा देना है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में यह महोत्सव युवा शक्ति में अनुशासन, प्रतिस्पर्धा और स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा देने का महत्वपूर्ण माध्यम बन चुका है। उन्होंने यह भी कहा कि खेलों में कोई हारता नहीं—या तो जीतता है या सीखता है।
खंडवा लोकसभा क्षेत्र में बड़ी संख्या में खिलाड़ियों ने प्रतियोगिताओं के लिए पंजीकरण कराया है। पात्र गुरुकुल स्कूल में आयोजित कार्यक्रम की संपूर्ण जिम्मेदारी खेल प्रभारी अमजद खान और उनकी टीम ने संभाली। विद्यालय के संचालक प्रवीण पारख, किरण पारख, एकेडमिक संचालक आदित्य पारख और समीक्षा पारख, प्राचार्य पुरुषोत्तम राव येले, उपप्राचार्य योगेंद्र सिंह मंडलोई, उपप्राचार्य दीपक सक्सेना, पीआरओ क्षितिज दुबे, मीडिया प्रभारी अनुपमा जोशी और पूरे विद्यालय परिवार ने इस आयोजन की प्रशंसा की।
इसी क्रम में आज सांदीपनि कन्या स्कूल में होने वाली स्पर्धाओं की कमान महिला प्रभारी संभालेंगी, जिससे महोत्सव में महिलाओं की सहभागिता और नेतृत्व को भी मजबूती मिलेगी।





