मॉनसून 2025 की शुरुआत भले ही समय से पहले हुई हो, लेकिन मध्य प्रदेश में इसकी एंट्री अब धीमी पड़ गई है। मौसम विभाग (IMD) ने बताया है कि बंगाल की खाड़ी में बने दबाव के कारण मानसून की रफ्तार थम गई है। इससे मध्य प्रदेश समेत कई राज्यों में मानसून की आमद में देरी हो सकती है।
आइए जानें कि अब तक मानसून कहाँ तक पहुंचा है, एमपी में कब तक पहुंचने की उम्मीद है, और देरी की असली वजह क्या है।
क्यों धीमी पड़ी मानसून की रफ्तार?
मौसम वैज्ञानिकों के मुताबिक, बंगाल की खाड़ी में एक चक्रवाती दबाव बना है, जिससे मानसून की गति पर असर पड़ा है। इसके कारण मानसून आगे नहीं बढ़ पा रहा है और कुछ दिनों की देरी हो रही है।
- बंगाल की खाड़ी में दबाव: इससे मानसून की धार कमजोर हो गई है
- उत्तर पूर्व भारत में प्रवेश के बाद सुस्ती: पश्चिम बंगाल के पहाड़ी इलाकों में पहुंचने के बाद गति कम हो गई
- स्थानीय मौसमी प्रभाव: नमी और हवाओं के पैटर्न में बदलाव भी एक कारण है
एमपी में कब तक पहुंचेगा मानसून?
मध्य प्रदेश में मानसून आमतौर पर 15 जून तक पहुंच जाता है। IMD का कहना है कि इस बार भी इसके समय पर या उससे पहले आने की संभावना है, लेकिन गति धीमी होने के कारण इसे 8 से 10 दिन और लग सकते हैं।
संभावित तारीखें:
- सामान्य आगमन: 15 जून तक
- वर्तमान अनुमान: 10-15 जून के बीच
अब तक किन राज्यों में पहुंचा है मानसून?
इस साल मानसून ने 24 मई को केरल में समय से पहले दस्तक दी थी। इसके बाद यह कई राज्यों में तेजी से फैला।
पूरी तरह कवर हो चुके राज्य:
- केरल
- तमिलनाडु
- कर्नाटक
- तेलंगाना
- आंध्र प्रदेश
- गोवा
- पूर्वोत्तर के सातों राज्य (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, त्रिपुरा)
आंशिक रूप से पहुंचे राज्य:
- महाराष्ट्र (आधा हिस्सा)
- छत्तीसगढ़ के दक्षिणी हिस्से
- ओडिशा के दक्षिणी इलाके
- पश्चिम बंगाल के उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र
- सिक्किम
मानसून की शुरुआती प्रगति तेज क्यों थी?
- केरल में 8 दिन पहले पहुंचा
- मुंबई में 16 दिन पहले दस्तक
- छत्तीसगढ़ में भी 12 दिन पहले सक्रिय
यह दर्शाता है कि मानसून की शुरुआती गति अच्छी थी, लेकिन अब इसमें गिरावट आ गई है।
क्या लोगों को चिंता करनी चाहिए?
नहीं। मौसम विभाग ने स्पष्ट किया है कि देरी अस्थायी है, और मानसून अपने सामान्य ट्रैक पर लौटेगा। फिलहाल, मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों को कुछ दिनों का इंतजार करना पड़ सकता है, लेकिन बारिश जरूर होगी।