मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले में एक भीषण सड़क हादसे ने कई परिवारों को गहरे शोक में डुबो दिया है। सीमेंट से भरा एक भारी ट्रक अनियंत्रित होकर एक ईको वैन पर पलट गया, जिससे नौ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।
घटना की पूरी जानकारी
- स्थान: मेघनगर, जिला झाबुआ, मध्य प्रदेश
- समय: देर रात, लगभग 3 से 4 बजे के बीच
- वाहन: सीमेंट से लदा ट्रक और ईको वैन
- दुर्घटना: ट्रक ईको वैन पर पलट गया
- मृतक: 9 लोग
- घायल: 2 लोग गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती
कैसे हुआ हादसा?
जानकारी के अनुसार, राजस्थान से सीमेंट लेकर आ रहा एक भारी ट्रक मध्य प्रदेश के झाबुआ जिले के मेघनगर क्षेत्र से गुजर रहा था। देर रात यह ट्रक अनियंत्रित होकर एक ईको वैन पर पलट गया, जिसमें कुल 11 लोग सवार थे।
- वैन में सवार सभी लोग एक शादी समारोह से लौट रहे थे।
- टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वैन बुरी तरह दब गई और कई लोग मौके पर ही दम तोड़ बैठे।
- स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया।
पुलिस और प्रशासन की कार्रवाई
- घटना की जानकारी मिलते ही मेघनगर पुलिस मौके पर पहुंची।
- कटर की मदद से वैन में फंसे लोगों को बाहर निकाला गया।
- घायलों को तुरंत जिला अस्पताल भेजा गया।
- डॉक्टरों ने नौ लोगों को मृत घोषित कर दिया, जबकि दो का इलाज जारी है।
स्थानीय प्रशासन की प्रतिक्रिया
जिले के वरिष्ठ अधिकारियों ने घटनास्थल का दौरा किया और जांच के आदेश दिए हैं।
प्रशासन ने पीड़ित परिवारों को हरसंभव सहायता देने का आश्वासन दिया है।
शादी से लौट रहे थे सभी लोग
यह जानकारी सामने आई है कि ईको वैन में सवार सभी लोग एक विवाह समारोह से लौट रहे थे। इस खुशी के मौके से लौटते वक्त यह भीषण हादसा हुआ, जिसने परिवारों की खुशियों को मातम में बदल दिया।
जनता में शोक और आक्रोश
- इस हादसे से पूरे इलाके में शोक की लहर है।
- स्थानीय लोगों ने भारी वाहनों की अनियंत्रित गति और ओवरलोडिंग पर नाराज़गी जताई है।
- वे प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
पिछले हादसों की कड़ी में एक और त्रासदी
झाबुआ और आसपास के क्षेत्रों में सड़क सुरक्षा को लेकर पहले भी कई हादसे सामने आ चुके हैं।
यह हादसा एक बार फिर सड़क सुरक्षा और भारी वाहनों की निगरानी पर सवाल खड़ा करता है।
निष्कर्ष: सावधानी ही सुरक्षा है
इस दर्दनाक हादसे ने यह साबित कर दिया है कि सड़क सुरक्षा को लेकर हम सभी को सतर्क रहना होगा।
सरकार, ट्रांसपोर्ट कंपनियों और आम नागरिकों को मिलकर काम करना होगा ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।
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