मध्यप्रदेश में मानसून पूरी ताकत से सक्रिय हो चुका है। चक्रवातीय परिसंचरण (Cyclonic Circulation), ट्रफ लाइन और डिप्रेशन की वजह से पूरे राज्य में भारी से अति भारी बारिश हो रही है। शुक्रवार रात से भोपाल, ग्वालियर, सिंगरौली, नर्मदापुरम समेत कई जिलों में मूसलधार बारिश का सिलसिला जारी है।
बरगी, तवा और बारना डैम के खुले गेट
भारी बारिश के कारण राज्य के प्रमुख जलाशयों में जलस्तर तेजी से बढ़ा है:
- तवा डैम, नर्मदापुरम: 7 गेट 10 फीट तक खोले गए
- बरगी डैम, जबलपुर: 7 गेट से पानी छोड़ा गया
- बारना डैम: जल निकासी के लिए गेट खोले गए
- सतपुड़ा डैम, बैतूल: सारणी क्षेत्र में 7 गेट खोले गए
- पगारा डैम, मुरैना: जलस्तर खतरे के निशान 655.88 फीट को पार कर गया, सभी 6 ऑटोमैटिक गेट खुले
ग्वालियर में जलभराव, मकान गिरा
ग्वालियर में हालात इतने खराब हो गए कि विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर के सरकारी आवास तक में पानी भर गया। हजीरा क्षेत्र में एक पुरानी इमारत बारिश की वजह से ढह गई।
सिंगरौली में 7 इंच बारिश, स्कूलों की छुट्टी
शुक्रवार को सिंगरौली में 7 इंच बारिश रिकॉर्ड की गई। जिला प्रशासन ने छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए शनिवार को स्कूल बंद रखने के आदेश दिए। वहीं सीधी जिले में 9 घंटे में 4.8 इंच बारिश दर्ज की गई।
इन जिलों में भी हुई बारिश
- पचमढ़ी: 1.5 इंच
- उमरिया, मलाजखंड, छिंदवाड़ा, गुना: लगभग 0.75 इंच
- सागर, ग्वालियर, नर्मदापुरम: लगभग 0.5 इंच
- अन्य प्रभावित जिले: भोपाल, बैतूल, रायसेन, उज्जैन, शिवपुरी, जबलपुर, मंडला, सिवनी, डिंडोरी, सतना, अनूपपुर, मऊगंज, अशोकनगर आदि।
41 जिलों में अलर्ट जारी: अगले 24 घंटे बेहद भारी
मौसम विभाग ने शनिवार को 41 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है:
रेड अलर्ट (8 इंच से अधिक बारिश की संभावना):
- रायसेन, सागर, दमोह, पन्ना, सतना, रीवा
ऑरेंज अलर्ट (अति भारी बारिश की चेतावनी):
- गुना, अशोकनगर, विदिशा, सीहोर, नर्मदापुरम, बैतूल, जबलपुर, मंडला, डिंडोरी, अनूपपुर, छिंदवाड़ा, सिवनी, बालाघाट, मैहर, कटनी, पांढुर्णा आदि।
येलो अलर्ट (भारी बारिश की संभावना):
- भोपाल, ग्वालियर, श्योपुर, शिवपुरी, दतिया, टीकमगढ़, इंदौर, उज्जैन, देवास, खंडवा, हरदा, शाजापुर, राजगढ़ आदि।
मौसम वैज्ञानिक की चेतावनी: सिस्टम अभी और एक्टिव रहेगा
भारतीय मौसम विभाग की वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. दिव्या ई. सुरेंद्रन ने बताया कि फिलहाल 3 ट्रफ लाइन, 2 साइक्लोनिक सर्कुलेशन और 1 डिप्रेशन के चलते मौसम प्रणाली पूरी तरह से सक्रिय है। यह भारी बारिश का सिलसिला अगले चार दिन तक जारी रह सकता है।
अगले कुछ दिन सतर्क रहें
मध्यप्रदेश के निवासियों को अगले कुछ दिनों तक सतर्क रहने की आवश्यकता है। भारी बारिश के चलते स्कूल बंद, जलभराव, और डैमों के गेट खुलने जैसी स्थिति बनी रह सकती है। स्थानीय प्रशासन और मौसम विभाग की सलाहों का पालन करना ज़रूरी है।