BY: Yoganand Shrivastava
भोपाल: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय (MCU) में पढ़ रहे छात्र दिव्यांश चौकसे की तीसरी मंजिल से गिरने के बाद मौत हो गई। शुक्रवार रात इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। शनिवार को उनके गृह जिले रायसेन में अंतिम संस्कार किया गया। दिव्यांश विश्वविद्यालय में पढ़ाई के साथ-साथ एक अखबार में काम भी कर रहे थे। इसके अलावा वे अपने इंस्टाग्राम चैनल पर भी सक्रिय थे, जिससे उन्हें अच्छी आमदनी होती थी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में 28 चोटों के निशान
हमीदिया अस्पताल में कराए गए पोस्टमार्टम में उनके शरीर पर 28 चोटों के निशान पाए गए। चेहरे का एक हिस्सा गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त था और सिर व जबड़े की हड्डियां टूटी हुई थीं।
परिवार ने लगाए सवाल
दिव्यांश के बड़े भाई मनोज चौकसे ने बताया कि उन्हें पहले बताया गया था कि “दिव्यांश का एक्सीडेंट हुआ है और उसकी मौत हो गई।” लेकिन जब परिवार भोपाल पहुंचा, तो उन्हें पता चला कि दिव्यांश जिंदा हैं और गंभीर हालत में इलाज चल रहा है। बाद में यह स्पष्ट हुआ कि वह किसी सड़क हादसे में नहीं, बल्कि विश्वविद्यालय की छत से गिरे थे।
मनोज ने कहा — “हम सिर्फ न्याय चाहते हैं। पुलिस निष्पक्ष जांच करे और सच्चाई सामने लाए। अगर दिव्यांश के साथ कुछ गलत हुआ है, तो जिम्मेदारों को सजा मिलनी चाहिए।”
साथियों के बयान: “खेलते समय गिर गया था”
पुलिस के अनुसार, मास कम्युनिकेशन फर्स्ट ईयर का छात्र दिव्यांश 30 अक्टूबर (गुरुवार) की सुबह क्लास के दौरान ब्रेक में बालकनी की ओर गया था। उसी समय वह तीसरी मंजिल से नीचे गिर गया। साथी छात्रों और फैकल्टी ने तुरंत उसे अस्पताल पहुंचाया। रातीबड़ थाना प्रभारी रास बिहारी शर्मा ने बताया कि दिव्यांश की गंभीर स्थिति के कारण उसका बयान दर्ज नहीं किया जा सका। साथी छात्रों ने बताया कि वे आपस में पकड़ा-पकड़ी खेल रहे थे, और इसी दौरान दिव्यांश गलती से रेलिंग पार कर नीचे गिर गया।





