प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दो दिवसीय मालदीव दौरे के दौरान दोनों देशों के रिश्तों में नई गर्माहट और मजबूती देखने को मिली। मालदीव के राष्ट्रपति मोहम्मद मुइज्जू ने भारत को मालदीव का सबसे करीबी और विश्वसनीय साझेदार बताया। उन्होंने दोनों देशों के सहयोग को स्वास्थ्य, व्यापार, सुरक्षा और शिक्षा जैसे कई क्षेत्रों में महत्वपूर्ण बताया।
भारत है मालदीव का भरोसेमंद साथी: मुइज्जू
मालदीव की राजधानी माले में पीएम मोदी के स्वागत के दौरान राष्ट्रपति मुइज्जू ने कहा:
“भारत लंबे समय से हमारा सबसे करीबी और भरोसेमंद साझेदार रहा है। सुरक्षा, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और व्यापार जैसे क्षेत्रों में भारत ने हर कदम पर हमारा साथ दिया है।”
मालदीवियों की भारत पर निर्भरता
- हर दिन सैकड़ों मालदीव निवासी चिकित्सा, शिक्षा और व्यापार के लिए भारत जाते हैं।
- वहीं, भारत से आने वाले प्रवासी भी मालदीव की अर्थव्यवस्था और समाज में सक्रिय योगदान दे रहे हैं।
मुइज्जू की सरकार की प्राथमिकताएं
राष्ट्रपति ने बताया कि उनकी सरकार का उद्देश्य है:
- सशक्त और समावेशी अर्थव्यवस्था बनाना
- डिजिटल युग में देश को अग्रणी बनाना
- क्षेत्र में स्थायी शांति और सुरक्षा सुनिश्चित करना
इन सभी लक्ष्यों में भारत की भूमिका को उन्होंने “अमूल्य” बताया।
पीएम मोदी ने क्या कहा?
संयुक्त प्रेस वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मालदीव के लोगों को स्वतंत्रता की 60वीं वर्षगांठ की बधाई दी और भारत-मालदीव के राजनयिक संबंधों के 60 साल पूरे होने पर गर्व जताया।
पीएम मोदी के मुख्य बिंदु:
- “हम सिर्फ पड़ोसी नहीं, बल्कि सहयात्री हैं।”
- “मालदीव भारत की ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति में सबसे अहम है।”
- “आपदा हो या महामारी, भारत हमेशा मालदीव के साथ पहले खड़ा रहा है।”
भारत का ‘फ्रेंडशिप गिफ्ट’
पीएम मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू ने माले में मालदीव रक्षा मंत्रालय की नई अत्याधुनिक इमारत का उद्घाटन किया। साथ ही भारत ने:
- 72 वाहन और उपकरण मालदीव को सौंपे
- रक्षा क्षमताओं को मजबूत करने का भरोसा दिलाया
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह रक्षा मंत्रालय भवन “विश्वास की मजबूत नींव” है और भारत-मालदीव की साझेदारी का प्रतीक है।
भारत और मालदीव के संबंध आज न केवल रणनीतिक बल्कि मानवीय दृष्टिकोण से भी मजबूत हो रहे हैं। दोनों देशों की साझा प्राथमिकताएं – शांति, सुरक्षा, समृद्धि और सहयोग – इस रिश्ते को आने वाले वर्षों में और गहरा करेंगी। प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति मुइज्जू की यह मुलाकात द्विपक्षीय संबंधों के इतिहास में एक नया और सकारात्मक अध्याय जोड़ती है।