हरियाणा के यमुनानगर में एक अनोखी घटना ने सुर्खियां बटोरी हैं। बीजेपी कार्यकर्ता रामपाल कश्यप को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद जूते पहनाए। यह कोई साधारण घटना नहीं है, बल्कि एक ऐसे व्यक्ति के 14 साल के संकल्प का अंत है, जिसने वादा किया था कि जब तक मोदी प्रधानमंत्री नहीं बन जाते, वे जूते नहीं पहनेंगे।
कौन हैं रामपाल कश्यप?
- उम्र: 55 वर्ष
- शिक्षा: 5वीं पास
- पेशा: मजदूरी
- गांव: खेड़ी गुलाम अली (कैथल, हरियाणा)
- परिवार: पत्नी, 2 बेटे और 1 बेटी
क्यों नहीं पहनते थे जूते?
2009 में रामपाल ने प्रण लिया कि जब तक बीजेपी की पूर्ण बहुमत वाली सरकार नहीं बनती और नरेंद्र मोदी PM नहीं बनते, वे जूते नहीं पहनेंगे। यह संकल्प इतना दृढ़ था कि:
- बेटे की शादी में भी नंगे पैर रहे।
- ठंड-गर्मी की परवाह नहीं की।
- लोगों के ताने सहे, पर झुके नहीं।
PM मोदी ने क्या कहा?
14 अप्रैल 2025 को यमुनानगर रैली में मोदी ने उन्हें जूते पहनाए और कहा:
“अब ऐसा व्रत मत लो। देश के लिए काम करो, सेहत का ख्याल रखो।”
रामपाल का बीजेपी से जुड़ाव
- 40 साल से पार्टी कार्यकर्ता।
- आईएनएलडी ने ऑफर दिया, लेकिन बीजेपी से ही जुड़े रहे।
- मानते हैं कि बीजेपी मजदूरों की आवाज उठाती है।

कैसे बिताए 14 साल?
- मजदूरी करते हुए भी नंगे पैर काम किया।
- शुरू में पैरों में छाले पड़े, लेकिन बाद में आदत हो गई।
- सामाजिक ताने सुनने पड़े, लेकिन हिम्मत नहीं हारी।
अब क्या?
अब उनका संकल्प पूरा हो चुका है। PM मोदी के हाथों जूते पहनकर उन्होंने एक नई शुरुआत की है।
नैतिक शिक्षा:
रामपाल की कहानी हमें सिखाती है कि संकल्प और ईमानदारी से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है, चाहे रास्ते कितने भी कठिन क्यों न हों।