कवर्धा।
छत्तीसगढ़ के कबीरधाम जिले से एक गंभीर वन्य अपराध का मामला सामने आया है, जहां नेउर गांव (ब्लॉक पंडरिया) में तीन युवकों ने मिलकर एक नर हिरण की बेरहमी से हत्या कर दी। लेकिन गांव वालों की सतर्कता और वन विभाग की त्वरित कार्रवाई से यह मामला उजागर हो गया। अब तीनों आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं और उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
ऐसे हुआ हिरण का शिकार
रविवार को आरोपियों ने डंडों से पीट-पीटकर हिरण की हत्या कर दी थी। इसके बाद उन्होंने शव को झाड़ियों में छिपा दिया ताकि रात में मांस और खाल निकालकर उसे आपस में बांट सकें। लेकिन गांव के कुछ लोगों की नजर झाड़ियों में पड़े हिरण के शव पर पड़ गई, जिसके बाद उन्होंने तुरंत वन विभाग को सूचना दी।
48 घंटे में एक्शन, डॉग स्क्वॉड की मदद
वन विभाग ने मामले को गंभीरता से लेते हुए दुर्ग से डॉग स्क्वॉड बुलाया और 48 घंटे के भीतर तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से हिरण की हत्या में इस्तेमाल किए गए डंडे भी जब्त कर लिए गए हैं।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान
- चिंताराम पिता धीरजी (गोंड)
- सरजू पिता जरहु (गोंड)
- रोशन पिता मोहन (गोंड)
पूछताछ में आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने मांस और खाल के लालच में हिरण को मारा। वे रात का इंतजार कर रहे थे ताकि शव को ठिकाने लगाकर मांस घर ले जाएं, लेकिन इससे पहले ही उनकी करतूत पकड़ी गई।
वन्य अधिनियम के तहत केस दर्ज
वन विभाग ने तीनों आरोपियों के खिलाफ वन्यप्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की संबंधित धाराओं के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है। अब उन्हें न्यायालय में पेश किया जा रहा है।
अधिकारियों की सख्त चेतावनी
वन विभाग ने इसे वन्यजीव संरक्षण की दिशा में बड़ी सफलता बताया है। अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि वन्य जीवों की हत्या को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ऐसी घटनाओं में शामिल दोषियों को सख्त सजा दी जाएगी।