BY: Yoganand Shrivastva
कर्नाटक: में मंगलवार सुबह लोकायुक्त की टीम ने एक समन्वित अभियान चलाते हुए 12 सरकारी अधिकारियों के आवासों और कार्यालयों पर एक साथ छापेमारी की। इन अधिकारियों पर नौकरी के दौरान आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। टीम उनके बैंक खातों, संपत्ति दस्तावेजों और अन्य वित्तीय लेन-देन की जांच कर रही है।
राज्यभर में एक साथ छापे
सूत्रों के अनुसार, छापेमारी सुबह से ही राज्य के विभिन्न जिलों में शुरू की गई। बेंगलुरु, हासन, कलबुर्गी, चित्रदुर्ग, उडुपी और दावणगेरे समेत कई जिलों में लोकायुक्त की अलग-अलग टीमें तैनात की गईं। प्रत्येक टीम संबंधित अधिकारी के आवास, कार्यालय और संभावित ठिकानों की तलाशी ले रही है।
जिन अधिकारियों पर हुई कार्रवाई
- ज्योति मैरी — प्रथम श्रेणी सहायक, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, हासन
- धूलप्पा — सहायक निदेशक, कृषि विभाग, कलबुर्गी
- चंद्र कुमार — सहायक निदेशक, कृषि विभाग, चित्रदुर्ग
- लक्ष्मीनारायण पी. नायक — सड़क परिवहन अधिकारी, परिवहन विभाग, उडुपी
- मंजूनाथ जी — चिकित्सा अधिकारी, मल्लासांद्रा मैटरनिटी अस्पताल, बेंगलुरु
- जगदीश नाइक — सहायक कार्यकारी अभियंता, कर्नाटक ग्रामीण अवसंरचना विकास लिमिटेड (KRIDL), दावणगेरे
इसके अलावा, बेंगलुरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BMRCL) के भूमि अधिग्रहण शाखा के एक सर्वेक्षक समेत अन्य कई अधिकारियों के परिसरों पर भी छापेमारी की गई है।
लोकायुक्त की जांच का फोकस
लोकायुक्त टीम इन अधिकारियों की घोषित आय और उनके वास्तविक खर्च के बीच असमानता की पड़ताल कर रही है। अधिकारियों के घरों से कई दस्तावेज, संपत्ति से जुड़ी फाइलें, और डिजिटल डाटा जब्त किया गया है। टीम बैंक खातों और लॉकरों की भी जांच करेगी। सूत्रों के अनुसार, शुरुआती जांच में भारी संपत्ति और नकदी मिलने के संकेत हैं। कार्रवाई फिलहाल जारी है, और लोकायुक्त जल्द ही इस मामले पर विस्तृत रिपोर्ट जारी करेगी।