BY: Yoganand Shrivastva
धर्मस्थल (कर्नाटक) – दक्षिण कन्नड़ जिले के प्रसिद्ध मंदिर शहर धर्मस्थल में कथित सामूहिक कब्र मामले की जांच के दौरान बुधवार को रिपोर्टिंग कर रहे चार यूट्यूबर्स पर हमला कर दिया गया। ये यूट्यूबर्स एक गवाह का इंटरव्यू कर रहे थे, तभी करीब 50-60 लोगों की भीड़ ने उन पर धावा बोल दिया। हमले में सभी गंभीर रूप से घायल हुए और उन्हें इलाज के लिए उजीरे के बेनका अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
इंटरव्यू के दौरान हमला
हमले का शिकार बने यूट्यूबर्स में अजय अंचन, अभिषेक, विजय और एक कैमरामैन शामिल थे। वे “बिग बॉस कन्नड़” फेम रजत का इंटरव्यू कर रहे थे, जो कथित तौर पर सामूहिक कब्र मामले का गवाह है। यह घटना उस स्थान के पास हुई जहां 2012 में एक कॉलेज छात्रा के साथ बलात्कार हुआ था और बाद में उसकी मौत हो गई थी।
घटना पंगल क्रॉस क्षेत्र में हुई, जहां अचानक बड़ी भीड़ इकट्ठा हुई और रिपोर्टिंग टीम पर हमला बोल दिया। हमलावरों ने उनके कैमरे और अन्य उपकरण भी तोड़ दिए।
तनाव के बाद पथराव और पुलिस कार्रवाई
हमले के बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया और दो गुटों के बीच पत्थरबाजी शुरू हो गई। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और कई इलाकों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है।
दक्षिण कन्नड़ के पुलिस अधीक्षक अरुण के ने जनता से संयम बनाए रखने की अपील की है और बताया कि पुलिस संदिग्धों की पहचान कर रही है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
क्या है धर्मस्थल का सामूहिक कब्र मामला?
धर्मस्थल का यह मामला तब चर्चा में आया जब एक पूर्व सफाई कर्मचारी ने दावा किया कि उसने 1995 से 2014 के बीच मंदिर परिसर में महिलाओं और नाबालिगों के शव जबरन दफनाए। उसने आरोप लगाया कि उसे दबाव में आकर यह काम करना पड़ा और कई शवों पर यौन हिंसा के निशान भी थे।
इसके बाद एक सामाजिक कार्यकर्ता ने भी आरोप लगाए कि धर्मस्थल में करीब 15 वर्षों तक महिलाओं को सामूहिक रूप से दफनाया गया और इन घटनाओं को संगठित रूप से छिपाने की कोशिश की गई।
राज्य सरकार की प्रतिक्रिया
कर्नाटक के वन मंत्री ईश्वर खांडरे ने बुधवार को बयान दिया कि अगर यह साबित हो जाता है कि धर्मस्थल के वन क्षेत्र में अवैध रूप से शवों को दफनाया गया, तो संबंधित अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
राज्य सरकार ने इस पूरे मामले की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (SIT) गठित किया है, जो पिछले दो दशकों के दौरान धर्मस्थल में हुई कथित हत्या, बलात्कार और अवैध दफन जैसी घटनाओं की पड़ताल कर रही है।