कानपुर का लाला लाजपत राय चिकित्सालय (हैलट अस्पताल) अब प्रदेश का पहला आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) वार्ड बनने जा रहा है। यह तकनीक मरीजों की जान बचाने में बड़ी भूमिका निभाएगी क्योंकि अब रोगी की हालत बिगड़ते ही डॉक्टर और नर्स को तुरंत अलर्ट मिलेगा।
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कैसे काम करेगा AI वार्ड?
- अगर मरीज की हालत बिगड़ती है, तो
- डॉक्टर के पास तुरंत मैसेज पहुंच जाएगा।
- नर्स रूम में अलार्म बज जाएगा।
- AI सेंसर मरीज के शरीर के हर अंग की निगरानी करेंगे।
- किसी भी बदलाव की जानकारी रियल टाइम में मॉनिटरिंग स्क्रीन पर दिखेगी।
- खासतौर पर रात के समय मरीजों की स्थिति की निगरानी AI करेगा, जिससे देरी से इलाज की समस्या खत्म होगी।
Make in India के तहत तैयार सिस्टम
यह AI सिस्टम मेक इन इंडिया पहल के तहत तैयार किया गया है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज प्रबंधन ने इसे मंजूरी दी है। इस कदम से मरीजों और उनके परिजनों को राहत मिलेगी क्योंकि उन्हें हर समय डॉक्टर को बुलाने के लिए दौड़-भाग नहीं करनी पड़ेगी।
वार्ड नंबर तीन में होगा AI सिस्टम
अस्पताल की मीडिया प्रभारी डॉ. सीमा द्विवेदी ने बताया कि वार्ड नंबर तीन को AI वार्ड के रूप में विकसित किया जा रहा है।
- इसमें विशेष रूप से तैयार किए गए 10 बेड होंगे।
- हर बेड में सेंसर युक्त मैट्रेस लगाए जाएंगे।
- ये सेंसर मरीज की तबीयत का पूरा डाटा मॉनिटरिंग स्क्रीन पर डिस्प्ले करेंगे।\
मरीज और परिजनों के लिए राहत
AI वार्ड से:
- मरीज को आपातकालीन इलाज तुरंत मिलेगा।
- डॉक्टर और नर्स खुद अलर्ट मोड पर रहेंगे।
- परिजनों को बार-बार डॉक्टर के पास दौड़ने की जरूरत नहीं होगी।
- पूरी रिपोर्ट और इलाज की जानकारी ट्रांसपेरेंट तरीके से उपलब्ध होगी।