रिपोर्ट- प्रशांत जोशी, एडिट- विजय नंदन
काँकेर: छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के प्रमुख अमित बघेल द्वारा महाराजा अग्रसेन और सिंधी समाज के खिलाफ की गई आपत्तिजनक टिप्पणी पर प्रदेशभर में आक्रोश बढ़ता जा रहा है। बुधवार को काँकेर में सिंधी और अग्रवाल समाज के सैकड़ों लोग एकजुट होकर सड़कों पर उतरे और कलेक्टर नीरक्षीर सागर व एसपी ए. ले. सेला को संयुक्त ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बघेल पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) लगाने और सख्त कानूनी कार्रवाई की मांग की गई।
क्या है मामला?
विवाद तब शुरू हुआ जब छत्तीसगढ़ महतारी की मूर्ति तोड़े जाने की घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए अमित बघेल ने महाराजा अग्रसेन को लेकर अपमानजनक बयान दिया। सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में उन्होंने कहा— “अग्रसेन महाराज की मूर्ति क्यों नहीं टूटती, उनकी मूर्ति पर पेशाब क्यों नहीं करते?” इसके साथ ही उन्होंने सिंधी समाज को “पाकिस्तानी सिंधी” कहकर संबोधित किया, जिससे दोनों समाजों की धार्मिक और सामाजिक भावनाएं गहराई से आहत हुई हैं।

कलेक्टर और एसपी से मुलाकात
आक्रोशित समाज के प्रतिनिधिमंडल ने मंगलवार को काँकेर कलेक्टर और एसपी से मुलाकात की। समाज ने ज्ञापन में लिखा कि अमित बघेल के बयान ने न केवल धार्मिक सौहार्द को ठेस पहुंचाई है, बल्कि राष्ट्रद्रोह की श्रेणी में भी आता है। उन्होंने मांग की कि बघेल पर रासुका (NSA) लगाकर कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति ऐसी टिप्पणी करने से पहले सौ बार सोचे।
बजरंग दल का समर्थन
इस विरोध प्रदर्शन को बजरंग दल, काँकेर का भी समर्थन मिला। संगठन ने कहा कि समाज में धार्मिक विद्वेष फैलाने की कोशिश करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा।
राज्यभर में फैल रहा विरोध
अमित बघेल की विवादित टिप्पणी के खिलाफ अब विरोध राज्यव्यापी रूप लेता जा रहा है। रायपुर, रायगढ़, सरगुजा, दुर्ग समेत कई जिलों में अग्रवाल समाज के लोगों ने प्रदर्शन करते हुए FIR दर्ज कराने और गिरफ्तारी की मांग की है।
सोशल मीडिया पर भी विरोध की लहर
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर भी सिंधी और अग्रवाल समाज के लोगों ने बघेल के बयान की कड़ी निंदा की है। लोग इसे “धार्मिक भावनाओं पर सीधा प्रहार” बता रहे हैं और शासन-प्रशासन से जल्द कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।





