कोरबा, छत्तीसगढ़ — शिक्षा विभाग में चल रहे युक्तियुक्तकरण (Rationalization) के विरोध में बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने आज कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर महामहिम राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपा। बसपा नेताओं ने मांग की कि राज्य सरकार इस प्रक्रिया को तत्काल प्रभाव से बंद करे।
बसपा नेताओं ने बताया कि युक्तियुक्तकरण की वजह से जिले सहित प्रदेश के कई क्षेत्रों में सरकारी स्कूलों का एकीकरण या बंद किया जा रहा है, जिससे ग्रामीण और पिछड़े इलाकों के बच्चों को शिक्षा से वंचित होना पड़ रहा है।
पार्टी अध्यक्ष उमेश डहरिया ने कहा कि यह नीति शिक्षा की पहुंच को सीमित कर रही है और इससे सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं अनुसूचित जाति, जनजाति, पिछड़ा वर्ग और गरीब तबके के बच्चे। उन्होंने चेताया कि यह कदम शिक्षा व्यवस्था को पूरी तरह से ध्वस्त कर सकता है।
ज्ञापन में बसपा ने स्पष्ट किया कि अगर सरकार ने इस प्रक्रिया को नहीं रोका तो पार्टी इस मुद्दे को लेकर आंदोलन करेगी। बसपा ने मांग की है कि सरकार शिक्षा की बुनियादी संरचना को मजबूत करे, न कि स्कूलों को बंद कर बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करे।
जनता की आवाज बनने की कोशिश
ज्ञापन सौंपते वक्त बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद थे। सभी ने एक सुर में युक्तियुक्तकरण को शिक्षा विरोधी कदम बताते हुए आवाज बुलंद की।
इस मामले में अभी तक जिला प्रशासन या राज्य सरकार की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है।