जेल में बंद कैदियों का गंगाजल से पवित्र स्नान: छत्तीसगढ़ सरकार की अनूठी पहल
जांजगीर-चांपा। छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्य की जेलों में बंद कैदियों के नैतिक उत्थान और आध्यात्मिक शुद्धि के उद्देश्य से एक अनूठी पहल की है। इस पहल के तहत जांजगीर-चांपा जिले के जिला जेल जांजगीर खोखरा में आज प्रातः कैदियों का गंगाजल से सामूहिक स्नान करवाया गया। यह पवित्र जल विशेष रूप से प्रयागराज महाकुंभ से मंगवाया गया था।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा की पहल पर यह आध्यात्मिक अनुष्ठान किया गया। जेल प्रशासन द्वारा गंगाजल को विधिवत पूजा-अर्चना के बाद जल टैंक में डाला गया। इसके बाद सभी कैदियों ने “जय गंगा मैया” और “हर-हर गंगे” के जयघोष के साथ पवित्र स्नान किया।
कैदियों का आध्यात्मिक शुद्धिकरण
सरकार का उद्देश्य कैदियों को आध्यात्मिक रूप से शुद्ध कर उनके नैतिक उत्थान की ओर प्रेरित करना है। जेल प्रशासन का मानना है कि इस तरह के धार्मिक एवं आध्यात्मिक आयोजनों से कैदियों में सकारात्मक परिवर्तन आएगा और वे आत्मचिंतन कर एक नए मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित होंगे।
इस पूरे कार्यक्रम के दौरान जेलर डी.डी. टोंडर की निगरानी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था रही। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार के इस प्रयास से कैदियों को आध्यात्मिकता की ओर बढ़ाने और उनके व्यवहार में बदलाव लाने का प्रयास किया जा रहा है।
कैदियों ने जताई खुशी
गंगाजल स्नान के बाद कैदियों ने इस पहल के प्रति आभार जताया। एक कैदी ने कहा, “हमें जेल में रहकर भी आध्यात्मिक शुद्धिकरण का अवसर मिला, यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है। इससे हमें अपने अतीत को सुधारने और आगे एक अच्छा जीवन जीने की प्रेरणा मिली है।”
छत्तीसगढ़ सरकार की यह अनूठी पहल समाज में सुधारात्मक न्याय की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे जेल में बंद कैदियों को अपनी गलतियों का आत्मचिंतन करने और आध्यात्मिक मार्ग अपनाने का अवसर मिलेगा, जिससे वे समाज की मुख्यधारा में लौट सकें।
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