गाजा पट्टी एक बार फिर खून से लाल हो गई। ताजा इजरायली हमलों में मंगलवार रात से बुधवार सुबह तक 46 लोगों की मौत हो गई। इनमें ज्यादातर लोग वे थे जो भोजन और राहत सामग्री पाने के लिए सहायता ट्रकों के पास इकट्ठा हुए थे।
इजरायल का बयान: “हमास है जिम्मेदार”
इजरायल का कहना है कि उसका निशाना केवल आतंकी संगठन हमास है, लेकिन नागरिकों की मौत की जिम्मेदारी खुद हमास पर है।
- इजरायल का आरोप है कि हमास घनी आबादी वाले क्षेत्रों में सक्रिय रहता है।
- ब्रिटेन और फ्रांस ने चेतावनी दी है कि अगर युद्धविराम नहीं हुआ, तो फिलिस्तीन को स्वतंत्र राष्ट्र का दर्जा देंगे।
- इजरायल ने ब्रिटेन के इस रुख को खारिज कर दिया है।
अस्पतालों से आई दर्दनाक तस्वीरें
गाजा के अलग-अलग अस्पतालों ने खौफनाक हालात की जानकारी दी है।
- शिफा अस्पताल (गाजा सिटी): सहायता ट्रकों का इंतजार कर रही भीड़ पर गोलीबारी में 12 लोगों की मौत।
- जबालिया, बेत लाहिया और बेत हनून: हमलों में 13 लोगों की जान गई।
- नासेर अस्पताल (खान यूनिस): मोराग कॉरिडोर के पास 16 लोगों के शव मिले।
- अवदा अस्पताल (नुसेरात शिविर): बुधवार को 4 लोग गोलीबारी में मारे गए।
कुपोषण से बिगड़ती स्थिति
गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार,
- बीते 24 घंटों में कुपोषण और बीमारियों से 7 लोगों की मौत हुई।
- इनमें एक बच्चा भी शामिल था।
- युद्ध शुरू होने के बाद से अब तक 89 बच्चे कुपोषण से जान गंवा चुके हैं।
गाजा में हालात लगातार खराब हो रहे हैं। भोजन और मानवीय सहायता की कमी, इजरायली हमले और अंतरराष्ट्रीय दबाव ने संकट को और गहरा कर दिया है। सवाल यह है कि क्या जल्द कोई शांति का रास्ता निकलेगा, या फिर निर्दोष नागरिकों की मौत का सिलसिला जारी रहेगा।