धमतरी | वैभव चौधरी
धमतरी जिले में शिक्षा विभाग की नीतियों के खिलाफ शिक्षक समुदाय का आक्रोश लगातार बढ़ता जा रहा है। जिले के शिक्षक साझा मंच ने मंगलवार को जिला शिक्षा कार्यालय (DEO) के बाहर जमकर प्रदर्शन किया और युक्तियुक्तकरण (Rationalization) प्रक्रिया में गंभीर विसंगतियों का आरोप लगाया।
स्कूलों के विलय में नियमों की अनदेखी
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों का कहना है कि जिले में नियमों को ताक पर रखकर कई स्कूलों का अनुचित तरीके से मर्ज (विलय) कर दिया गया है। इससे न केवल छात्रों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है, बल्कि शिक्षकों का स्थानांतरण भी मनमाने ढंग से किया गया है।
122 शिक्षकों की शिकायतें अब तक अनसुनी
शिक्षक साझा मंच ने बताया कि युक्तियुक्तकरण के कारण 122 शिक्षक प्रत्यक्ष रूप से प्रभावित हुए हैं। इन शिक्षकों ने कई बार शिकायतें कीं, लेकिन अब तक किसी भी स्तर पर समाधान नहीं किया गया है। यह स्थिति शिक्षक समुदाय में भारी असंतोष और भ्रम की स्थिति पैदा कर रही है।
शिक्षकों की कमी के बावजूद ट्रांसफर
प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने कहा कि जिले के कई स्कूलों में पहले से ही शिक्षकों की भारी कमी है, बावजूद इसके कई शिक्षकों को अन्य जिलों में स्थानांतरित कर दिया गया। इससे स्कूलों की शैक्षणिक गुणवत्ता प्रभावित हो रही है।
डीईओ पर गंभीर आरोप
शिक्षक मंच ने जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) पर युक्तियुक्तकरण प्रक्रिया में धांधली और पक्षपातपूर्ण रवैये का भी आरोप लगाया है। मंच का कहना है कि एक ही तरह के मामलों में अलग-अलग निर्णय लिए जा रहे हैं, जिससे पारदर्शिता पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
मांगों को लेकर सौंपा ज्ञापन
प्रदर्शन के बाद शिक्षक प्रतिनिधियों ने जिला शिक्षा अधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की कि—
- युक्तियुक्तकरण से संबंधित सभी शिकायतों का निष्पक्ष जांच कर निराकरण किया जाए
- प्रभावित शिक्षकों को न्याय मिले
- स्कूलों में शिक्षकों की कमी को तुरंत दूर किया जाए